LagatarDesk : महंगाई से जूझ रहे लोगों के लिए थोड़ी राहत भरी खबर है. मई माह में खुदरा महंगाई दर में कमी आयी है. मई में यह 7.04 फीसदी रही, जो अप्रैल में 7.79 फीसदी रही थी. मिनिस्ट्री ऑफ स्टैटिस्टिक्स एंड प्रोग्राम इंप्लीमेंटेशन ने आंकड़ा जारी करके इसकी जानकारी दी है. आंकड़ों के अनुसार, खुदरा महंगाई दर मार्च में 6.95 फीसदी, फरवरी में 6.07 फीसदी और जनवरी में 6.01 प्रतिशत रही थी. (पढ़े, पटना : बिहार में 15 से 17 जून तक होगी अच्छी बारिश, कई हिस्सों में पहुंचेगा मानसून)
पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज ड्यूटी घटाने से घटी महंगाई
बता दें कि केंद्र सरकार ने पेट्रोल पर 8 और डीजल पर 6 रुपये एक्साइज ड्यूटी कम की थी. जिसके बाद कई राज्यों ने भी पेट्रोल-डीजल पर वैट में कटौती की थी. तेल की कीमतों कमी आने से ट्रांसपोर्टेशन चार्जेस घटे. इससे खाने पीने की चीजों के दाम में कटौती हुई. जिसकी वजह से खुदरा महंगाई में गिरावट दर्ज की गयी.
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लगातार पांचवें महीने आरबीआई के दायरे से अधिक रही महंगाई
हालांकि खुदरा महंगाई दर लगातार पांचवें महीने आरबीआई के टार्गेट रेंज से ज्यादा रही. आरबीआई (RBI) ने महंगाई दर की अपर लिमिट 6 फीसदी तय की थी. वहीं आरबीआई ने सरकार को खुदरा महंगाई दर 2-6 फीसदी के बीच सीमित रखने को कहा है. लेकिन अप्रैल का डेटा दिखाता है कि यह अब उससे काफी ऊपर जा चुकी है.
अप्रैल के मुकाबले मई में खाद्य महंगाई घटी
आंकड़ों के अनुसार, मई महीने में खाद्य महंगाई दर (Food Inflation Rate) 7.97 फीसदी रही. जो अप्रैल में 8.31 फीसदी थी. हालांकि अप्रैल के मुकाबले मई महीने में शहरी इलाकों (Urban Areas) में खाद्य महंगाई में बढ़ोतरी आयी है. मई में शहरी इलाकों में खाद्य महंगाई दर 8.20 रही. जो अप्रैल में 8.09 फीसदी रही थी. हालांकि सब्जियों (Vegetables) की बढ़ती कीमत अभी भी चिंता का कारण है. मई महीने में सब्जियों के दामों में 18.26 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गयी.
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