Colombo : श्रीलंका में आर्थिक-राजनीतिक संकट लगातार गहराता जा रहा है. इसी बीच खबर आयी है कि राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे देश छोड़कर चले गये हैं. कहा जा रहा है कि उन्होंने राष्ट्रपति पद पर से मंगलवार को इस्तीफा दे दिया है. जानकारी के अनुसार गोटाबाया राजपक्षे फिलहाल मालदीव पहुंच गये हैं. राजपक्षे अपने परिवार के साथ मालदीव के रिसॉर्ट में ठहरे हुए हैं. खबर यह भी है कि यहां से वह दुबई जाने वाले हैं.
भारत श्रीलंका के लोगों का समर्थन करना जारी रखेगा
बता दें कि श्रीलंका में मौजूद भारतीय उच्चायोग द्वारा इस बात का खंडन किया गया है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे को देश से बाहर निकालने में उनकी मदद की है. उच्चायोग ने कहा है कि भारत श्रीलंका के लोगों का समर्थन करना जारी रखेगा.
लंका में मौजूद भारतीय उच्चायोग के आधिकारिक हैंडल से जारी एक बयान में कहा गया है कि भारतीय उच्चायोग स्पष्ट रूप से उन निराधार और सट्टा मीडिया रिपोर्टों का खंडन करता है. जिसमें आरोप लगाया गया है कि भारत ने हाल ही में श्रीलंका से गोटाबाया और बासिल राजपक्षे को यात्रा की सुविधा प्रदान की है.
Sri Lankan President Gotabaya Rajapaksa, wife used military aircraft to reach Maldives
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— ANI Digital (@ani_digital) July 13, 2022
Indian High Commission categorically denies baseless and speculative media reports that India facilitated the recently reported travel of Sri Lankan President Gotabaya Rajapaksa out of Sri Lanka: High Commission of India in Colombo, Sri Lanka pic.twitter.com/adey9oRuiF
— ANI (@ANI) July 13, 2022
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श्रीलंका में 20 जुलाई को नये राष्ट्रपति की नियुक्ति की तैयारी
श्रीलंका में 20 जुलाई को नये राष्ट्रपति की नियुक्ति की तैयारी शुरू हो चुकी हैं. जान लें कि देश में जारी आर्थिक संकट के बीच गुस्साई जनता ने पिछले दिनों राष्ट्रपति भवन पर कब्जा जमा लिया था. साथ ही पीएम के आवास को आग के हवाले कर दिया था. श्रीलंका के कानून के अनुसार अगर कोई राष्ट्रपति अपना कार्यकाल पूरा होने से पहले ही इस्तीफा देता है, तो संसद के किसी सदस्य को एक माह के अंदर राष्ट्रपति नियुक्त करना होता है.
नियमानुसार राष्ट्रपति द्वारा इस्तीफा दिये जाने पर तीन दिनों के अंदर संसद सत्र बुलाना होता है. फिर राष्ट्रपति पद के लिए नॉमिनेशन होता है. अगर एक से ज्यादा लोग राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार हैं तो तो सीक्रेट वोटिंग होती है. बता दें कि राष्ट्रपति चुने जाने तक एक्टिंग प्रेसिडेंट कामकाज देखते हैं. एक्टिंग प्रेसिडेंट हमेशा प्रधानमंत्री को बनाया जाता है.
स्पीकर को नहीं मिला है Gotabaya Rajapaksa का इस्तीफा
पहले खबरें आयी थी कि गोटाबाया राजपक्षे ने मंगलवार को इस्तीफे पर हस्ताक्षर कर दिये हैं. उस पर 13 जुलाई,बुधवार अंकित थी. सूत्रों के अनुसार इसकी घोषणा स्पीकर आज करने वाले थे. लेकिन अब खबर सामने आ रही है कि स्पीकर को अबतक गोटाबाया का इस्तीफा सौंपा नहीं गया है.