Ranchi : झारखंड के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों के लिए खुशखबरी है. अगले सत्र से स्टूडेंट्स को पूरे वर्ष के एजुकेशनल प्लान (पाठ्य योजना) मिलेगी. जिसमें मासिक और साप्ताहिक पाठ्य योजना भी शामिल रहेगी. मासिक पाठ्य योजना तैयार होने से शिक्षकों और बच्चों को पहले से पता रहेगा, कि किस माह में, किस विषय में और किस टॉपिक पर पढ़ाई होगी. शिक्षकों को सत्र के शुरू होते ही लिखित पाठ्य योजना मिल जायेगी.
अभी प्रदेश के सरकारी स्कूलों में कक्षा और शिक्षा पद्धति में एकरूपता नहीं है. पाठ्य योजना नहीं होने से शिक्षक अपनी-अपनी मर्जी और सहुलियत के अनुसार, बच्चों को पढाते हैं. लेकिन पाठ्यक्रम लागू होने से सीबीएसइ और आइसीआइसीआइ बोर्ड की तरह ही बच्चों की पढ़ाई सभी विषयों में एक साथ पूरे प्रदेश में होगी. योजना के तहत नहीं पढ़ाने वाले शिक्षक भी सामने आ जायेंगे.
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प्राइवेट स्कूल की तरह क्वालिटी एजुकेशन देने का प्रयास
राज्य सरकार का प्रयास है कि केंद्रीय और निजी विद्यालयों की तरह सरकारी स्कूलों में भी एक जैसी पाठ्य योजना लागू हो. सरकारी स्कूलों में शारीरिक शिक्षा और खेलकूद को भी प्रोत्साहन मिले.
स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने इसे लेकर दो अलग-अलग कमेटियां गठित कर दी हैं. कमेटियां राष्ट्रीय शिक्षा नीति, राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा, फिट इंडिया कार्यक्रम के अलावा, दूसरे राज्यों में लागू पाठ्य योजना का अध्ययन कर राज्य के लिए अपनी पाठ्य योजना तैयार कर रही है.
मासिक, साप्ताहिक और विषयवार हर कक्षा के लिए होगी गाइडलाइन
विभाग द्वारा गठित कमेटी मासिक पाठ्य योजना के अलावा प्रत्येक पीरियड के लिए भी पाठ्य योजना तैयार करेगी. पहली कमेटी पाठ्य योजना और मासिक पाठ्यक्रम तैयार करने के लिए गठित की गयी है. विभाग के संयुक्त सचिव सह संयुक्त निदेशक निर्मल कुमार झा की अध्यक्षता में गठित इस कमेटी में प्राथमिक शिक्षा निदेशालय के उपनिदेशक प्रदीप कुमार संयोजक बनाये गये हैं.
जबकि झारखंड शिक्षा परिषद के राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी (गुणवत्त शिक्षा) अभिनव कुमार, शिक्षक परितोष कुमार चौधरी, अद्वैत चैतन्य, अरुण कुमार दीक्षित और खेलकूद निदेशालय के समन्वयक यू जायसवाल सदस्य के रूप में सहयोग कर रहे हैं.
दोनों कमेटियों में संयोजक बनाये गये हैं प्रदीप कुमार
विभाग के संयुक्त सचिव निर्मल कुमार झा की अध्यक्षता में ही गठित इस कमेटी में भी उप निदेशक प्रदीप कुमार चौबे संयोजक बनाये गये हैं. वहीं झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद के राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी धीरसेन सोरेंग, शारीरिक शिक्षक विशाल रवि, संजय मंडल, जगजीत सिंह और रांची के जिला खेल पदाधिकारी सदस्य बनाये गये हैं.
दूसरे राज्यों में लागू पाठ्यक्रम का अध्ययन करेगी दोनों कमेटी
क्या करेगी पहली कमेटी : विभिन्न राज्यों के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों द्वारा उपयोग में लायी जा रही पाठ्य योजनाओं का अध्ययन करेगी. साथ ही नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति, राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा और राज्य में संचालित पाठ्य योजनाओं के अनुरूप एक डाक्यूमेंट विजन तैयार किया जायेगा. ताकि उसे सरकारी स्कूलों में लागू किया जा सके.
क्या करेगी दूसरी कमेटी : सरकारी स्कूलों में शारीरिक शिक्षा एवं खेलकूद को बढ़ावा देने को लेकर गठित की गयी है. यह कमेटी भी विभिन्न राज्यों के सरकारी एवं गैर सरकारी स्कूलों में दी जा रही शारीरिक शिक्षा के अलावा नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति, राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा तथा फिट इंडिया कार्यक्रम का अध्ययन कर, मैनुअल तैयार करेगी. ताकि उसे राज्य के सरकारी स्कूलों में भी लागू की जा सके. विभाग सरकारी स्कूलों में भी शारीरिक शिक्षा तथा खेलकूद की एक कक्षा रखने पर विचार कर रहा है. नई पाठ्य योजना अगले सत्र से लागू की जा सकती है.
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