Ranchi : बुधवार को नगड़ी के श्रेया राइस मिल को रांची अनुमंडल पदाधिकारी दीपक दुबे ने छापेमारी के बाद सील कर दिया. अनुमंडल पदाधिकारी ने राइस मिल का औचक निरीक्षण किया, जिसमें कई प्रकार की अनियमितता पाई गई. कार्यालय में किसी तरह का पंजी संधारित नहीं किया जा रहा था. मिल में स्टॉक पंजी, आगत-निर्गत पंजी का संधारण नहीं किया गया था. मिल के मुंशी आशीष कुमार यादव द्वारा बताया गया कि रजिस्टर हेड ऑफिस में है.
जिला प्रशासन के आदेश की अवहेलना
श्रेया राईस मिल द्वारा सरकार की महत्वाकांक्षी योजना, जो स्थानीय किसानों के हित से जुड़ा है, उसे प्रभावित किया जा रहा है. जिला आपूर्ति कार्यालय द्वारा स्पष्टीकरण एवं उपायुक्त रांची द्वारा निर्देश दिया गया था. बावजूद इसके जिला प्रशासन के आदेश की अवहेलना करते हुए दो माह में मिल द्वारा मात्र 04 लॉट सीमएमआर दिया गया, जबकि 42 लॉट सीएमआर दिया जाना चाहिए था. 04 लॉट आरओ के विरूद्ध मात्र 02 लॉट का धान उठाव किया गया. इस गति से कार्य करने से किसान धान (एमएसपीसी) नहीं बेच पायेंगे बल्कि थक-हार कर मिल के पास औने-पौने दाम में बेचने के लिए मजबूर हो जायेंगे.
एफसीआई को घटिया चावल सीएमआर के रूप में भेजा गया
श्रेया राईस मिल द्वारा एफसीआई को घटिया (मिलावट वाला) चावल सीएमआर के रूप में भेजा गया है, जो रिजेक्ट पड़ा हुआ है. स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि मिलर को मात्र 30 प्रतिशत कार्य सरकार का करना है. परंतु श्रेया राईस मिल द्वारा आज की तिथि तक 09 प्रतिशत का कार्य ही सरकार के निर्देशानुसार किया गया है.
बैठक में दी थी गलत जानकारी
जिला स्तरीय अनुश्रवण समिति की बैठक में श्रेया राईस मिल के प्रतिनिधि द्वारा बताया गया था कि एक बॉयलर काम नहीं करता है, जबकि दोनों बॉयलर चलते पाये गये एवं धड़ल्ले से चावल तैयार कर अपने ब्रांडेड पैकेट में पैक किया जा रहा था.
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