LagatarDesk: चीनी उद्योग संगठन ISMA ने जानकारी दी कि भारत में चीनी के उत्पादन में 25.37 फीसदी की वृद्धि हुई है. चीनी मिलों ने अक्टूबर महीने से उत्पादन का काम शुरू किया था. चीनी उद्योग ने सिर्फ 4 महीने में 176.8 लाख टन चीनी का उत्पादन किया है. यह बढ़ोतरी एक साल पहले जनवरी तक के आंकडे की तुलना में है.
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चीनी की ब्रिकी 67.5 लाख टन रही
ISMA की जानकारी के अनुसार, पिछले साल जनवरी में उत्पादन 141 लाख टन था. चीनी की बिक्री अक्टूबर-दिसंबर के दौरान लगभग पिछले साल के बराबर ही हुई है. पिछले साल ब्रिकी 67.5 लाख टन थी. इस बार का भी आंकड़ा बराबर है. ISMA का अनुमान है कि 2020-21 के विपणन सत्र में कुल उत्पादन 302 लाख टन रह सकता है. यह आंकड़ा वर्ष 2019-20 में 274.2 लाख टन था.
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जनवरी तक 491 चीनी मिल चली
इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन के मुताबिक, मौजूदा विपणन सत्र में जनवरी तक करीब 491 चीनी मिल चल रही थी. जबकि एक साल पहले की इसी समय में यह आंकड़ा 447 था.
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प्रमुख चीनी उत्पादक उत्तर प्रदेश में कम रहा चीनी उत्पादन
देश के प्रमुख उत्पादक राज्य उत्तर प्रदेश में उत्पादन इस साल थोड़ा कम रहा. उत्तर प्रदेश में उत्पादन इस सत्र में जनवरी तक 5.44 मिलियन टन रहा. यह एक साल पहले जनवरी तक 5.49 मिलियन टन था. वहीं महाराष्ट्र में उत्पादन देखने को मिल रहा है. महाराष्ट्र में उत्पादन बढ़कर 6.38 मिलियन टन हो गया है.
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आयात शुल्क बढ़ने घरेलू गुड़ और शराब की मांग बढ़ेगी
डिनेचर्ड एथिल अल्कोहल पर आयातशुल्क पहले 2.5 थी. इस बार के बजट में इसे बढ़ाकर पांच फीसदी हो गया है. ISMA ने कहा कि यह आयात शुल्क बढ़ने से भारतीय चीनी उद्योग द्वारा उत्पादित घरेलू गुड़ और शराब की मांग बढ़ेगी.
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