Ranchi : पतरातू विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड- PVUNL आने वाले दो साल में बन कर तैयार होगा. 2023 में इसे शुरू करने का लक्ष्य है. निगम और एनटीपीसी की ओर से इसके निर्माण में तेजी लायी गयी है. इसके निर्माण के साथ ही यह राज्य का अपना ताप विद्युत संयंत्र होगा, जिससे राज्य में बिजली आपूर्ति होगी. इसके शुरू करने के लिए तीन चरण निर्धारित हैं. इसके पहले इसे 2022 में शुरू करने की योजना बनायी गयी थी, लेकिन लाॅकडाउन के कारण कार्य बाधित होते रहा. ऐसे में साल 2023 में इसे शुरू करने का लक्ष्य रखा है. निगम की ओर से तीन यूनिट बनाये जा रहे हैं. प्रत्येक यूनिट 800-800 मेगावाट के हैं. ऐसे में पहला यूनिट मार्च 2023 और दूसरा यूनिट सितंबर 2023 में खोला जाएगा. वहीं, तीसरा यूनिट मार्च 2024 में खोला जाएगा.
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बिजली उत्पादन का 85फीसदी राज्य को
पीवीयूएनएन के तीन यूनिट से कुल 2400 मेगावाट बिजली उत्पादित होगी. एग्रीमेंट के मुताबिक यहां से राज्य को 85 फीसदी बिजली मिलेगी, जिससे बिजली की कमी पूरी की जा सकती है. राज्य सरकार की ओर से पतरातू में 1200 एकड़ जमीन दी गयी है. वहीं रूरल इलेक्ट्रिफिकेशन काॅरपोरेशन की ओर से 1400 करोड़ का ग्रांट भी निगम को दिया गया है, जबकि तीनों यूनिट बनाने की कुल लागत 18670 करोड़ है. राज्य को बिजली उत्पादन में आत्मनिर्भर बनने की दिशा में काम जारी है. पिछले कुछ सालों से इस पर काम किया जा रहा है. अभी राज्य में बिजली की आपूर्ति बाहर से खरीदकर की जा रही है. ऐसे में पीवीयूएनएल और एनटीपीसी टंडवा शुरू होने से राज्य की अधिकतम बिजली आपूर्ति अपने स्रोतों से होगी.
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अलग-अलग स्रोतों से होती है बिजली आपूर्ति
फिलहाल राज्य में अलग-अलग स्रोतों से बिजली आपूर्ति होती है. इसमें केंद्रीय पुल, टीवीएनएल, आधुनिक पावर प्लांट, इंलैंड पावर प्लांट शामिल हैं. एनटीपीसी टंडवा का काम लगभग पूरा है. सितंबर से शुरू करने का लक्ष्य रखा गया है. एनटीपीसी टंडवा शुरू होने से 1950 मेगावाट बिजली उत्पादित होगी, जिससे राज्य को 500 मेगावाट बिजली मिलेगी.