Lagatar Desk: टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) को Accenture और IBM के बाद वैश्विक स्तर पर तीसरे सबसे मूल्यवान आईटी सेवा ब्रांड का स्थान मिला है. ब्रांड फाइनेंस की एक रिपोर्ट के अनुसार, चार भारतीय आईटी सेवा कंपनियों – टीसीएस, इन्फोसिस, एचसीएल और विप्रो – ने शीर्ष -10 ग्लोबल टैली में स्थान प्राप्त किया. ब्रांड फाइनेंस की रिपोर्ट में कहा गया है, “तीसरी रैंकिंग वाली टीसीएस ने मजबूत 11 प्रतिशत की वृद्धि के साथ अपनी ब्रांड वैल्यू को 15 बिलियन डॉलर तक बढ़ाते हुए आइबीएम के साथ अंतर को तेजी से कम किया है. TCS ने अकेले 2020 की चौथी तिमाही में 6.8 बिलियन डॉलर से अधिक की कमाई की है. इसके पीछे इसकी मुख्य सेवाओं की बढ़ती मांग और तय हुए सौदे प्रमुख कारण रहे हैं.
एक्सेंचर पहले और आइबीएम पहले और दूसरे स्थान पर
रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिकी और यूरोपीय बाजारों में होनेवाले सुधार का लाभ टीसीएस को मिलेगा और आनेवाला साल इसके लिए और अधिक फायदेमंद होने की उम्मीद है. एक्सेंचर ने 26 बिलियन अमेरिकी डॉलर के रिकॉर्ड ब्रांड मूल्य के साथ दुनिया के सबसे मूल्यवान और सबसे मजबूत आईटी सेवा ब्रांड का खिताब बरकरार रखा है, जबकि आईबीएम 16.1 बिलियन अमेरिकी डॉलर के ब्रांड मूल्य के साथ दूसरे स्थान पर रहा.
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रिपोर्ट में कहा गया है कि “ब्रांड वैल्यू” आम तौर पर ब्रांड की प्रतिष्ठा से संबंधित कमाई के वर्तमान मूल्य को दिखाता है. ब्रांड फाइनेंस के सीईओ (मुख्य कार्यकारी अधिकारी) डेविड हाई ने कहा कि 2020 के कठिन समय के बावजूद अपने सीईओ राजेश गोपीनाथन के नेतृत्व में टीसीएस ने एक बार फिर से उत्कृष्ट प्रदर्शन किया. इसने अपने ब्रांड में 10 प्रतिशत की वृद्धि के साथ, इसने शीर्ष की दो कंपनियों के करीब पहुंचने में में सफलता पायी है.
कॉग्निजेंट को पीछे छोड़ इन्फोसिस चौथे नंबर पर
टीसीएस की मुख्य विपणन अधिकारी राजश्री आर ने कहा कि यह टीसीएस ब्रांड की मजबूती और कंपनी के प्रति ग्राहकों के निरंतर विश्वास को दिखाता है. उन्होंने कहा कि हम अपने विकास के अगले चरण को लेकर गर्वित और उत्साहित हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि 19 प्रतिशत ब्रांड मूल्य में 8.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर की वृद्धि के बाद इन्फोसिस चौथे स्थान पर कॉग्निजेंट से आगे निकल गयी है. कॉग्निजेंट को 8 बिलियन अमेरिकी डालर के 6 प्रतिशत ब्रांड मूल्य का नुकसान हुआ है. बेंगलुरु की इस कंपनी ने वैश्विक स्तर पर “बिग 4 आईटी सेवाओं के ब्रांडों में प्रवेश किया है और इसे शीर्ष 10 में सबसे तेजी से बढ़ने वाला ब्रांड बना दिया है.
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एचसीएल 7वें और टेक महिंद्रा 15वें नंबर पर रहा
“महामारी से पहले भी, इन्फोसिस के नेतृत्व ने डेटा सुरक्षा और क्लाउड सेवाओं सहित अपनी सेवा की पेशकश पर ध्यान केंद्रित करने के महत्व को पहचाना. टैली में एचसीएल सातवें स्थान पर, जबकि विप्रो टैली 9 वें स्थान पर रहा. टेक महिंद्रा ने 2.3 बिलियन अमेरिकी डॉलर में 11 प्रतिशत ब्रांड मूल्य वृद्धि देखी, जिसने इस साल की रैंकिंग में ब्रांड को 15 वें स्थान पर ला खड़ा किया.
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