Patna : नवगठित बिहार विधानसभा के पहले सत्र के आखिरी दिन नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बारे में अमर्यादित निजी टिप्पणी कर डाली. इतना ही नहीं, उन्होंने विरोधियों को चोर व बेइमान भी कहा. तेजस्वी ने कहा कि विधानसभा चुनाव में जनादेश की चोरी हुई है. यह सरकार चोर दरवाजे से आयी है. इस क्रम में सत्ता पक्ष की आपत्ति पर शोर में ही उन्होंने यह कह डाला कि ये चोर हैं, बेईमान हैं. नीतीश कुमार पर किसी लेख में कंटेंट चोरी का आरोप भी लगाया. कहा कि नीतीश कुमार पर हत्या का मुकदमा भी था, जिसे रफा-दफा कर दिया गया. सृजन घोटाले की भी बात कही. इस पर सदन में हंगामा हो खड़ा हो गया. तेजस्वी यादव ने चुनाव का गुस्सा विधानसभा में उतारते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निजी हमले भी किए. बच्चे गिनने और पैदा करने की बातें कई बार दोहरायी . गुस्सा इस तरह का था कि सत्ता पक्ष के एक विधायक की ओर मुखातिब होते हुए कहा- ये लोग चोर हैं, बेईमान हैं. इसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी बिफर पड़े. उन्होंने तेजस्वी को मर्यादा के पालन की नसीहत दी. यह घटना राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के क्रम में विधानसभा में हुई.
देखिये,माराडोना अंतिम संस्कार में हुजूम..
इसे भी पढ़ें- गढ़वा: 4 हजार घूस लेते मुखिया गिरफ्तार, ACB ने की कार्रवाई
कितना शोभा देता है दूसरे के बच्चे गिनना- तेजस्वी
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निजी हमला करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि चुनाव में नीतीश कुमार बच्चे गिन रहे थे. हमारे मां-बाप के बारे में कहा कि बेटा की चाह में बेटी पैदा करते रहे, जबकि हकीकत यह भी है कि मेरे दो भाइयों के बाद एक बहन भी पैदा हुई है. मुख्यमंत्री को एक बेटा है. आगे कोई बेटी पैदा न हो जाए, क्या इसी डर से उन्होंने दूसरी संतान को जन्म नहीं दिया? यह भी जोड़ा कि इन सब चीजों का जिक्र हमें पसंद नहीं. जिसकी जैसी भावना होती है, वैसा ही वह दूसरे के बारे में सोचता है. मुख्यमंत्री को कितना शोभा देता है दूसरे के बच्चों की गिनती करना.
इसे भी पढ़ें- ढेंगा गोलीकांड: जुबैदा के कमर में अब भी फंसी है गोली, रघुवर सरकार करती रही इनकार, हेमंत सरकार ने स्वीकारा
आगे बढ़ना है तो मर्यादा का करें पालन- नीतीश
विधानसभा में अपने संबोधन के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गुस्से में दिखे. उन्होंने तेजस्वी यादव को नसीहत देते हुए कहा कि अगर आगे बढ़ना है ताे मर्यादा का ध्यान रखें. केवल बोलने से जनता की सेवा नहीं होती है. जिसे बहुमत है, उसकी सरकार बनेगी. हमने समाज में भाईचारा कायम किया. नीतीश कुमार ने तेजस्वी को लेकर कहा कि वे लालू प्रसाद यादव के बेटे हैं, इसलिए कुछ नहीं कहते, लेकिन मर्यादा का पालन जरूरी है.
इसे भी पढ़ें- आदर्शों की बात बेमानी.. हमको तो रिश्वत है खानी