Bermo : बोकारो थर्मल पावर स्टेशन में 500 मेगावाट के नये प्लांट में कोयला आपूर्ति के लिए रेलवे ट्रैक की टेस्टिंग की गयी. प्लांट के लिए बनी रेलवे लाइन पर पहली बार ट्रैक की क्षमता की जांच के लिए 101 किलो मीटर प्रति घंटे की रफ्तार से डीजल इंजन दौड़ाकर परीक्षण किया गया. अब लोकोमोटिव द्वारा ट्रैकहॉपर के माध्यम से प्लांट में कोयले की आपूर्ति की जायेगी.
डीवीसी की राइट्स कंपनी ने बनाया है ट्रैक
यह बीटीपीएस और डीवीसी के इतिहास में गौरवशाली क्षण है. डीवीसी द्वारा जारंगडीह कोल यार्ड से बोकारो थर्मल पावर ए प्लांट तक नया ट्रैक बनाया गया है. यह ट्रैक डीवीसी की देखरेख में राइट्स कंपनी ने बनाया है. इस संबंध में प्रोजेक्ट हेड अभिमन्यु प्रसाद सिंह ने कहा कि अब ए प्लांट को इस नये ट्रैक से कोयला की आपूर्ति की जायेगी.
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2015 में शुरू हुआ था ट्रैक बनने का काम
नयी रेलवे ट्रैक लगाने का काम 2015 में ही शुरू हुआ था. जिसे पूरा होने में करीब 6 साल लग गये. इस रेलवे ट्रैक के जरिये 500 मेगावाट के ए प्लांट के सीएचपी तक रेलवे रैक द्वारा कोयला की आपूर्ति की जायेगी. इससे पहले बोकारो थर्मल के बंद बी प्लांट के कोलयार्ड से नये ए प्लांट के लिए कोयले की आपूर्ति की जा रही थी.
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टेस्टिंग में इनकी रही मौजूदगी
इस मौके पर बोकारो थर्मल प्लांट के डीजीएम अरुण कुमार, एसएस प्रसाद, एसआर पांडा, कमाल अहमद, रवि प्रसाद, राइटस कंपनी के अधिकारी जितेंद्र खान, जेके सिंह सहित डीवीसी, रेलवे और राइट्स कंपनी के कई अधिकारी उपस्थित थे.
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