Ranchi: महिला के द्वारा झारखंड पुलिस मेंस एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश पांडे पर धमकाने और पीछा करने का आरोप लगाया गया था. इसे लेकर प्रेस कांफ्रेंस कर झारखंड पुलिस मेंस एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश पांडेय ने कहा 21 जून को सांसद निशिकांत दुबे के द्वारा ट्वीट झारखंड पुलिस से मुझे बर्खास्त करने के लिए सीएम से अनुरोध किए हैं.
प्रदीप यादव विधायक दुष्कर्म केस में पीड़िता महिला को धमकाने का आरोप लगाए हैं. जो बिल्कुल बेबुनियाद है. राकेश पांडे ने कहा मेरे द्वारा कभी भी महिला को कोई धमकी नहीं दिया गया. इस बात का कई प्रमाण मेरे पास मौजूद है. जांच होने पर सारा साक्ष्य मेरे द्वारा जांचकर्ता पदाधिकारियों को सुपुर्द कर दिया जाएगा.
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दुर्भावना से ग्रसित होकर सांसद निशिकांत दुबे रच रहे साजिश
राकेश पांडे ने कहा सांसद निशिकांत दुबे दुर्भावना से ग्रसित होकर या साजिश रच रहे हैं. बीते 20 अगस्त 2020 को उनके द्वारा कोडरमा पुलिस पर विवादित बयान देने पर मेरे द्वारा प्रतिकार किया गया था. बीते 11 जनवरी को झारखंड पुलिस के डीजीपी महोदय पर आरोप लगाने पर मेरे द्वारा खंडन किया गया था. इसी प्रकार 29 मई को भी उनके ट्वीट पर मेरे द्वारा कमेंट किया गया था.
इसके अलावा 30 मई को कोविड-19 नियम का उल्लंघन करने पर मेरे द्वारा कानून स्थापित करने में झारखंड पुलिस का मदद करने की बात कही गई थी. पुलिसकर्मी, बाजार हाट और भीड़-भाड़ इलाके से पब्लिक को हटने के लिए कहते थे, तो पब्लिक माननीय के कार्यक्रम का हवाला देते हुए पुलिसकर्मियों के साथ अभद्र व्यवहार और मारपीट की घटना करने लगे थे. इसी दौरान मेरा यह वक्तव्य था, कि माननीय का अनुशरण सभी लोग करते हैं. इन सभी बातों से सांसद महोदय की भावना को ठेस पहुंचा होगा. और मेरे खिलाफ षड्यंत्र रचना शुरू किए होंगे जिसका परिणाम 21 जून को ट्वीट में लिखा है.
सांसद और विधायक के लोगों के द्वारा दी गई धमकी
राकेश पांडे ने कहा देवघर महिला थाना कांड संख्या 13/19 में 3 मई 2019 को गवाह बनने के बाद प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से सांसद निशिकांत दुबे और विधायक प्रदीप यादव के लोगों के द्वारा कई बार मुझे धमकी फंसाने और जान से मरवाने जैसी बात कही गई,और सुनी गई.
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आज भी मैं डर के साए में जी रहा हूं. सभी अपने स्वार्थ की बात कह कर खबर भेज पाते हैं. यह सारा विवाद सांसद निशिकांत दुबे के किसी बड़े राजनीतिक महत्वाकांक्षा से संबंधित है जिससे यंत्र को सफल बनाने के लिए हुए मेरा इस्तेमाल करना चाहते हैं मेरी स्थिति कुएं और खाई के बीच में फंसे व्यक्ति की तरह हो गई है.
मैं पूर्व में भी अपने आला अधिकारियों को इसका सूचना दिया हूं, कि कुछ लोगों के द्वारा साजिश झूठा आरोप लगाकर मुझे फंसाने का प्रयास किया जा सकता है. मेरा मेरा शव तिरंगे में लिपटे या मेरे लिए सौभाग्य की बात होगी, लेकिन मेरे माता- पिता और मेरे पत्नी- बच्चे की जान की रक्षा माननीय सांसद निशिकांत दुबे और विधायक प्रदीप यादव से कराने के लिए उचित सुरक्षा व्यवस्था मेरे घर पर तैनात हो.
मुझे पूरा विश्वास है कि इन दोनों के द्वारा मुझे क्षति पहुंचाने की नीयत से मेरा और मेरे घर परिवार का जान माल का नुकसान पहुंचाया जा सकता है.