Ranchi : संत मारिया गिरजाघर में पवित्र चालीसा काल के आगमन पर आर्चबिशप फेलिक्स टोप्पो ने मिस्सा प्रार्थना की. मिस्सा पूजा अनुष्ठान सुबह छह बजे बिशप फेलिक्स टोप्पो की अगुवाई में संपूर्ण धर्मविधि के साथ संपन्न हुआ. मिस्सा पूजा के दौरान ख्रीस्तीय धर्मवलंबियों ने अपने माथे पर राख लगाकर चालीसा की शुरुआत की.
आर्चबिशप फेलिक्स टोप्पो की अध्यक्षता में संत मारिया गिरजाघर में विशेष मिस्सा प्रार्थना की गई. ऐसे समय में बिशप ने संदेश दिया कि अपने जीवन को धर्म के साथ सकारात्मक सोच से जोड़ें. कोरोना संक्रमण को देखते हुए इस बार मसीही विश्वासियों को राख से अपने माथे पर तिलक लगाना है. काफी संख्या में मसीही विश्वासी चर्च पहुंचे थे.
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चालीसा काल में हफ्ते में दो दिन उपवास रखते हैं
आज से आध्यात्मिक जीवन की शुरुआत होती है और हफ्ते में दो दिन उपवास रखा जाता है और शुक्रवार को क्रूस रास्ता के माध्यम से प्रभु यीशु मसीह द्वारा किए गए प्रार्थना उपवास और दुखभोग को याद किया जाता है. उन्होंने अपने संदेश में यह भी कहा कि चालीसा के माध्यम से ख्रीस्तीय धर्मावलंबी राख बुध के दिन उपवास, परहेज प्रार्थना की शुरुआत कर रहे हैं. चालीसा में हम सभी अपने गुनाहों की क्षमा मांगकर अपने जीवन का नवीकरण करें. यह मनुष्य के आंतरिक शुद्धिकरण का सशक्त समय है. सभी ख्रीस्तीय धर्मावलंबी इस दौरान उपवास करने की कोशिश करें. मांस-मछली नहीं खाएं. अच्छे काम पर ध्यान दें. जरूरतमंदों के बीच दान-दक्षिणा करें. यह समय आध्यात्मिक तैयारी का समय है.
कोयर समूह ने गीत प्रस्तुत किया
उन्होंने संदेश दिया कि प्रभु यीशु के जी उठने का त्योहार पास्का और ईस्टर पर्व की तैयारी को लेकर आध्यात्म द्वारा अपने आप को गुनाहों से पूरी तरह धो लें. इस अवसर पर कोयर समूह ने प्रभु यीशु पर गीत प्रस्तुत किया. साथ ही ख्रीस्तीय धर्मावलंबियों के बीच परम प्रसाद का वितरण किया गया. इस मौके पर फादर आनंद डेविड खलखो, फादर इरेनेउस केरकेट्टा, फादर रोशन तिडू अन्य पुरोहितगण, धर्मबंधु और विश्वासी मौजूद थे.
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