Ranchi: उत्तराखंड के चमोली हादसे में मारे गये झारखंड के दो लोगों का शव झारखंड लाया जा रहा है. इससे पहले हादसे में मारे गये एक युवक का शव शनिवार को ही झारखंड लाया गया. अभी भी चमोली में झारखंड के 11 श्रमिक लापता हैं. इस हादसे में झारखंड के लापता मजदूरों के बचने की आशंका भी कम ही है. बता दें कि चमोली में आये जल प्रलय में झारखंड के 14 श्रमिक लापता थे. रविवार सुबह तक दो नये शव बरामद किये गये. उनकी पहचान लोहरदगा के ज्योतिस बाखला, पिता मनोज बाखला और बोकारो के अमृत महतो के रूप में हुई है. इससे पहले भी 18 फरवरी को चमोली हादसे में शिकार झारखंड के एक मजदूर का शव बरामद किया गया था. यह शव विक्की भगत उम्र 26, पिता- करामदास ओरवा,थाना – किस्को लोहरदगा का था. इसका शव शनिवार देर रात लोहरदगा पहुंचा. राज्य के लापता मजदूरों में लोहरदगा जिला के 9,रामगढ़ के 4 और बोकारो का एक श्रमिक शमिल हैं.
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जोशीमठ और एनटीपीसी में भारी तबाही
चमोली के जोशीमठ में आयी आपदा में अब तक 57 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है. तपोवन में एनटीपीसी सुरंग और इसके बाहर से शव बरामद हुए हैं. सुरंग में फंसे लोगों को निकालने के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरफ की टीमें लगातार मलबा साफ करने में जुटी हैं. सुरंग के अंदर बचाव कार्य जारी है. लेकिन भारी तादाद में मलबा जमा होने के चलते रेस्क्यू की रफ्तार धीमी है.
लापता 204 लोग, 32 एफआईआर रजिस्टर
उत्तराखंड पुलिस के अनुसार आपदा में कुल 204 लोग लापता हुए हैं. जिसमें से 51 लोगों के शव अलग-अलग जगहों पर मिले हैं. डेढ दर्जन मृतकों की शिनाख्त अभी नहीं हो पायी है. लापता लोगों के संबंध में अब तक कोतवाली जोशीमठ में 32 एफआईआर रजिस्टर की जा चुकी है.
NTPC, उत्तराखंड और यूपी सरकार ने की मुआवजे की घोषणा
एनटीपीसी ने हादसे के शिकार श्रमिकों के परिजनों को मुआवजा और पेंशन का ऐलान कर दिया है. लापता और मृत मजदूरों के परिजनों को एनटीपीसी 20 लाख रुपये मुआवजा देगी साथ ही परिजनों को पेंशन भी देगी. इसके साथ ही उत्तराखंड सरकार ने 4 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है. इसके पहले यूपी सरकार ने भी लापता और मृत मजदूरों के आश्रितों को दो लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है.
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