Ranchi : आदिवासी संगठन के लोगों ने रिम्स के बर्न वार्ड में भर्ती सुनीता खाखा और काजल कुमारी से मुलाकात कर हाल जाना. बता दें कि हंटरगंज,चतरा निवासी काजल कुमारी पर एसिड फेंक दिया गया था, जिससे वह गंभीर रूप से झुलस गई थी. उसे इलाज के लिए रिम्स में भर्ती कराया गया था. रिम्स पहुंचे आदिवासी जन परिषद् के केन्द्रीय अध्यक्ष प्रेम शाही मुंडा ने कहा कि झारखंड प्रदेश आदिवासी बहुल क्षेत्र है. यहां सुदूर क्षेत्रो में रहने वाली आदिवासी बहन-बेटियों को बड़े-बड़े सपने दिखाकर कुछ लोग दूसरे शहर में ले जाते हैं, जहां उनके साथ अत्याचार, शोषण होता है. अब इसे बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
इसे भी पढ़ें-जमशेदपुर : महिलाओं ने पति की लंबी उम्र के लिए निर्जला उपवास रखा
“बाहरी लोग गरीब,असहायों पर करते हैं अत्याचार”
समाजिक कार्यकर्ता लक्ष्मी नारायण मुंडा ने कहा कि झारखंड बने 22 साल हो गए, फिर भी आज हर कोने में आदिवासियों के साथ गलत व्यावहार की खबरें आम है. राज्य के मुख्यमंत्री तथा प्रशासन सीमा पात्रा जैसे लोगों पर कठोर से कठोर कानूनी कार्रवाई करे. केन्द्रीय सरना समिति के अध्यक्ष बबलू मुंडा ने कहा कि झारखंड वीर महापुरुषों की धरती है. कड़े संघर्ष और बलिदान के बाद झारखंड बना है, ताकि यहां के आदिवासी, मुलवासियों को उनका हक-अधिकार मिल सके. मगर यहां तो ठीक उल्टा हो रहा है. बाहरी लोग गरीब,असहायों पर जुल्म और अत्याचार कर रहे हैं. बुधवार को संगठन के लोग अनुसूचित जाति, जनजाति थाना रांची में दिन के 11:00 बजे पहुंचेंगे. जहां आगे की रणनीति तय की जाएगी. मौके पर केन्द्रीय सरना समिति के मुख्य पहान जगलाल पहान, बबलू मुंडा, अजय तिर्की, अजय टोप्पो, महासचिव कृष्णकांत टोप्पो, कांके रोड सरना समिति के संयोजक डब्लू मुंडा, उमेश लोहरा, नवनीत विराम, रूपचंद केवट मौजूद रहे.
इसे भी पढ़ें-झारखंड चैंबर ऑफ कॉमर्स चुनाव की नामांकन प्रकिया खत्म, 71 ने किया नामांकन