Ranchi: निर्दलीय विधायक सरयू राय ने 29 जून को करमपदा माइंस को लेकर प्रेस कांफ्रेंस की. उन्होंने अपने पुराने आरोपों को दुहराया और राज्य सरकार से हस्तक्षेप की मांग की. साथ ही कहा कि अगर राज्य सरकार हस्तक्षेप नहीं करती है, तो उनके लिए हाईकोर्ट, सुप्रीम कोर्ट व केंद्र सरकार के पास जाने का रास्ता खुला हुआ है. यह पूछे जाने पर कि आज की तारीख में करमपदा माइंस के पट्टे को लेकर क्या स्थिति है, उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट ने राज्य सरकार के उस फैसले को रद्द कर दिया है, जिसमें सरकार ने लीज कैंसल कर दिया था. साथ ही राज्य सरकार को सुनवाई करके फैसला लेने को कहा है. लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि आयरन ओर की ढुलाई का आदेश दिया गया है.
यह पूछे जाने पर कि क्या माइनिंग से संबंधित दूसरे मामले जैसे कि निर्मल कुमार-प्रदीप कुमार के मामले का भी आपने कभी विरोध किया. जबकि उन्हें भी किस्त में राशि जमा करने का आदेश दिया गया था. सरयू राय ने कहा कि निश्चित तौर पर सिर्फ शाह ब्रदर्स का ही नहीं बल्कि दूसरी कंपनियों का किस्तवार भुगतान का मैं विरोध करता हूं. चाहे वो कंपनी किसी की भी हो.
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मेरी विश्वसनीयता पर सवाल उठा है
सरयू राय ने कहा है कि शाह ब्रदर्स ने कहा है कि मैं इस मामले में असत्य बोल रहा हूं. कहा है कि लौह अयस्क उठाव के लिए उन्हें सरकार की तरफ से आदेश मिला हुआ है. ऐसा कहने से मेरी विश्वसनीयता पर सवाल खड़े हुए हैं. ऐसे में मेरे पास अब हर वैकल्पिक रास्ता अख्तियार करने का रास्ता खुला हुआ है. मैं भारत सरकार, हाईकोर्ट या सुप्रीम कोर्ट का रास्ता अपना सकता हूं. कहा कि इस मामले में राज्य सरकार के हस्तक्षेप का इंतजार कर रहा हूं. सरकार अगर कुछ दिनों के अंदर मामले पर संज्ञान नहीं लेती है, तो मैं वैकल्पिक रास्ता चुनने के लिए आजाद हूं.
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