Bokaro: पुलिस मेंस एसोसिएशन के प्रांतीय अध्यक्ष राकेश पांडेय ने अपने ऊपर आरोप लगने के बाद पहली बार मीडिया से मुखातिब होकर खामोशी तोड़ी. उन्होंने कहा कि जांच के बाद दूध का दूध और पानी का पानी हो जायेगा. बता दें कि एक महिला ने विधायक प्रदीप यादव पर एक मामला दर्ज कराया है. इसके बाद राकेश पांडेय पर यह आरोप लगा कि वे प्रदीप यादव पर दर्ज मामले की सुलह करवाने के लिए महिला पर दबाव बनाते हुए धमकी दे रहे हैं. राकेश ने कहा कि निशिकांत दुबे पूर्व के ट्वीट से खार खाये हुए हैं. उन्होंने षडयंत्र के तहत मुझे फंसा दिया है.
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राज्य में कानून व्यवस्था कायम है
राकेश ने कहा कि निशिकांत थाने में मामला दर्ज होने के एक दिन पूर्व ही ट्वीट करते हैं, जो उनके षडयंत्र की ओर इशारा करता है. राज्य में कानून व्यवस्था कायम है. पुलिस निष्पक्ष जांच करेगी. यदि जांच में कोई दोषी है तो पुलिस कार्रवाई करेगी. उन्होंने कहा कि अभी तक मेरे पास कोई नहीं आया है. मुझे समाचारों से इसका पता चला कि मेरे ऊपर आरोप लगाए गए हैं. जांच में सब साफ हो जायेगा. राज्य की पुलिस अन्याय नहीं करेगी. मुझे भरोसा है. जो दोषी होगा उस पर कार्रवाई होगी.
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पीड़ित महिला को धमकी दी जा रही है
बता दें कि बीते एक जून को सांसद निशिकांत दुबे ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को एक ट्वीट किया था. इसमें राकेश पांडेय पर आरोप लगाया गया था कि विधायक दुष्कर्म मामले में राकेश द्वारा पीड़ित महिला को धमकी दिया जा रहा है और दबाव बनाया जा रहा है, जो कि बेबुनियाद है. इस मामले पर झारखंड पुलिस मेंस एसोसिएशन ने कहा था कि सांसद पुलिस के प्रति संवेदी ट्वीट करते थे. उसमें प्रदेश अध्यक्ष द्वारा अपनी बात मुखरता से रखा जाता था. इस वजह से निशिकांत दुबे द्वारा दुर्भावना से ग्रसित होकर बौखलाहट में इस तरह का निंदनीय कार्य किया जा रहा है.
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