Ranchi: कांके में जुमार नदी की जमीन को समतल कर रिवर व्यू प्रोजेक्ट का नाम देकर उसे अवैध तरिके से बेचे जाने के खेल में कुछ सफेदपोशों की मिलीभगत से भी इंकार नहीं किया जा सकता. पुख्ता सूत्रों की मानें तो लगभग 20 एकड़ से ज्यादा क्षेत्रफल के इस प्लाट की पूरी डील में कुछ अफसरों और भू-माफियाओं का जबरदस्त नेटवर्क सक्रिय है और रिवर व्यू प्रोजेक्ट को खरीदने के लिए कई आलाधिकारियों ने साइट विजिट भी किया था लेकिन इस पूरे गोरखधंधे का पर्दाफाश होने के बाद अब रिवर व्यू के संचालक मामले को मैनेज करने में लग गए हैं इतना ही नहीं प्रोजेक्ट के बाहर कुछ लड़कों को भी तैनात कर दिया गया है जो किसी भी बात की सूचना कमलेश, उमेश और अरविंद को दी जाती है.
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कांके अंचल कार्यालय की भूमिका पर उठने लगे सवाल
वहीं इस पूरे प्रकरण में अब कांके अंचल कार्यालय की भूमिका पर भी सवाल उठने लगे हैं. सवाल ये की प्रशाशन अभी जितनी मुस्तैदी दिखा रही है उतनी मुस्तैदी उस वक्त क्यों नहीं दिखाई गयी जब नदी को भर कर उसे जेनरल प्लाट बता कर बेचने का काम दिन के उजाले में धड्ड्ले से किया जा रहा था.
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अंचल कार्यालय के कई कर्मचारी इस भूमि के समतलीकरण और सीमांकन में सहयोग भी कर रहे थे, जानकारी तो यह भी है की पूरे जमीन की प्लॉटिंग और मापी की पूरी प्रक्रिया सरकारी अमीन ने ही की है.
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