Sahibganj/Ranchi : गंगा नदी से सटे राज्य के एकमात्र साहिबगंज जिले में बाढ़ की स्थिति काफी भयावह होती जा रही है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन बुधवार को खुद हवाई सर्वेक्षण द्वारा जिले की स्थिति की जानकारी लेंगे. इससे पहले मंगलवार को मुख्यमंत्री के निर्देश पर आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव अमिताभ कौशल और जल संसाधन विभाग के सचिव प्रशांत कुमार ने साहिबगंज जिले में उत्पन्न हुई बाढ़ से संकट की स्थिति का हवाई और नाव से सर्वेक्षण कर संयुक्त रूप से जानकारी ली.
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सचिव ने कहां-कहां किया निरीक्षण
सचिव ने साहिबगंज सदर प्रखंड के शहरी क्षेत्र, ग्रामीण क्षेत्र में शोभनपुर, गंगा प्रसाद, हाजीपुर पूर्व, हाजीपुर पश्चिम, लालबथानी, कार्गिल दियारा, बड़ा रामपुर दियारा, तालझारी प्रखंड के गड़ाई, सकरी गली दियारा व महरापुर कोस्टल एरिया, राजमहल प्रखंड के राजमहल कस्बाई क्षेत्र नारायण पुर पूर्व, नारायणपुर पश्चिम, दाहुटोला, समसपुर, पूर्वी जामनगर, घटजमनी, मोकीमपुर, सादपुर, उधवा प्रखंड के पलासगाछी उत्तर, पलासगाछी दक्षिण पूर्व, प्राणपुर पूर्व, प्राणपुर पश्चिम, श्रीधर पंचायत का हवाई सर्वेक्षण कर बाढ़ की स्थिति की समीक्षा की. इसके बाद वापस आकर डीसी ऑफिस में जिले के डीसी और जिले के वरीय पदाधिकारियों के साथ आपदा प्रबंधन की तैयारी की समीक्षा की गयी.
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राहत शिविर का भी किया निरीक्षण
हवाई सर्वेक्षण के बाद शहरी क्षेत्र में फेरी घाट से नाव से भारतीय कॉलोनी, हवीवपुर, चानावार्ड तक नदी के किनारे किनारे बाढ़ की विभीषिका का जायजा लिया. उसके बाद बिजली हाट में कॉलोनी में भरे बाढ़ के पानी का जायजा के साथ शकुंतला घाट रेलवे परिसर में बने अस्थाई पशु शिविर, रशुलपुर दहला में विद्यालय में बने बाढ़ राहत शिविर का निरीक्षण किया. आपदा प्रबंधन सचिव ने उपायुक्त और जिले के वरीय पदाधिकारियों के द्वारा बाढ़ राहत की तैयारियों को देखते हुए आपदा प्रबंधन में निहित नियमों का पालन करते हुए बाढ़ पीड़ितों को त्वरित राहत देने का निर्देश दिया.