Ranchi : प्राइवेट अस्पताल की तर्ज पर टेस्टिंग के लिए भी विभिन्न लैब से ESIC द्वारा टाइअप करना जरूरी है. इससे ईएसआईसी में बीमित लाभार्थियों को अधिक लाभ मिलेगा. यह मांग फेडरेशन ऑफ झारखंड चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के श्रम और मापतौल उप समिति की बैठक में उठी. बैठक गुरुवार को चैंबर भवन में संपन्न हुई. बैठक में सदस्यों द्वारा नामकुम की तर्ज पर देवघर और बोकारो में भी ईएसआईसी अस्पताल को स्थापित कराने की आवश्यकता महसूस की गई.
इसे भी पढ़ें : कोडरमा: सतगावां थाना क्षेत्र में पिकअप वैन से भारी मात्रा में शराब बरामद
ESIC अस्पताल की कमी है
यह भी कहा गया कि जिले में आर्थिक गतिविधियों के बढ़ने से लोग भी बढ़े हैं, किंतु ईएसआईसी अस्पताल के नहीं रहने के कारण अन्य जिलों के लाभार्थियों को काफी परेशानी होती है. सदस्यों ने यह भी कहा कि बीमित लाभार्थियों की सुविधा के लिए ईएसआईसी द्वारा सिंगल विंडो सिस्टम विकसित किया जाय, ताकि लाभार्थियों को अनावश्यक कठिनाई नहीं हो. यह तय किया गया कि इस मामले में उप समिति द्वारा पुनः कर्मचारी राज्य बीमा निगम के उच्चाधिकारियों से वार्ता की जायेगी.
जल्द लगाया जाएगा शिविर
श्रम एवं मापतौल उप समिति चेयरमेन प्रमोद सारस्वत ने कहा कि व्यापारियों की मांग पर फेडरेशन चैंबर द्वारा हाल ही में सिमडेगा, गुमला और लोहरदगा में बाट, बटखरा, मापतौल मशीन, मीटर इत्यादि के सत्यापन एवं नवीकरण के लिए विभाग के सहयोग से एक दिवसीय शिविर लगाया गया था.
जल्द ही इस शिविर का आयोजन चैंबर भवन के अलावा कोकर, लालपुर और पंडरा बाजार में लगाया जायेगा. मापतौल उपकरणों के नवीकरण में विलंब होने पर लग रही जुर्माना राशि से छोटे-छोटे व्यापारियों की कठिनाइयों को देखते हुए सदस्यों द्वारा कहा गया कि बिना जुर्माना के ही उपकरणों का नवीकरण किया जाना चाहिए.
बैठक में चैंबर अध्यक्ष प्रवीण जैन छाबड़ा, उपाध्यक्ष किशोर मंत्री, महासचिव राहुल मारू, कार्यकारिणी सदस्य अमित शर्मा, श्रम एवं मापतौल उप समिति चेयरमैन प्रमोद सारस्वत, सदस्य किशन अग्रवाल, मनोज बजाज, राजीव प्रकाश चौधरी, अमरचंद बेगानी उपस्थित थे.
इसे भी पढ़ें : तांत्रिक ने इलाज के बहाने किया दो बहनों से रेप, अब जेल में काटेगा 40 साल