- अमर बाउरी की अपील, परीक्षा में हुई धांधली की CBI जांच कराये सरकार से
- ठगबंधन सरकार युवाओं को नौकरी दे नहीं रही, बल्कि बेच रही
Ranchi : नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ने कहा कि युवाओं को सपने दिखा कर, राज्य की जनता को झूठ बोलकर सत्ता में आयी जेएमएम, कांग्रेस और राजद की सरकार के खिलाफ अब युवा आक्रोशित है. क्योंकि ठगबंधन सरकार ने आज तक जो भी परीक्षाएं ली है, उन सभी परीक्षाओं में गड़बड़ियां सामने आयी है. ऐसे में राज्य सरकार को चाहिए कि वो युवाओं के हित में इन सभी परीक्षाओं की गड़बड़ियों की जांच सीबीआई से कराने की अनुशंसा करे. बाउरी सोमवार को बीजेपी प्रदेश कार्यालय में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि जेएसएससी पीजीटी के अभ्यार्थियों ने मुलाकात कर बताया कि इस परीक्षा में धांधली हुई है. इसको लेकर अभ्यार्थी पिछले 17 दिनों से धरना पर हैं. अभ्यार्थियों ने अपने आवेदन में बताया कि एक ही सेंटर से 70-80 प्रतिशत अभ्यार्थी पास हुए हैं. बोकारो जिले के सिरिया डिजिटल और रांची जिले के शिवा इनफोटेक से सबसे अधिक अभ्यार्थी पास हुए हैं. सिरिया डिजिटल से 513 और शिवा इनफोटेक से 279 अभ्यर्थी पास हुए. वहीं धनबाद डिजिटल से 273 सफल हुए हैं.
पहले से ही ब्लैक लिस्टेड कंपनी ने आयोजित की परीक्षा
बाउरी ने कहा कि अभ्यार्थियों ने मुझे बताया कि इस परीक्षा में धांधली हुई है. पैसे का खेल हुआ है. परीक्षा आयोजित करने के लिए जिस एजेंसी को नियुक्त किया गया है, वह पहले से ही ब्लैक लिस्टेड है. राज्य सरकार ने एसआईटी गठित कर जांच करवाने का फैसला भी लिया है. लेकिन अभी तक किसी की भी गिरफ्तारी नहीं हुई है. जेएसएससी पीजीटी में मूकबधिर दिव्यांग कोटा से ऐसे अभ्यार्थियों का भी चयन हुआ है, जो बोल सकते हैं.
सरकार ने नौकरी नहीं दी, लेकिन इसे बेचने का काम जरूर कर रही
बाउरी ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार ने एक बड़ा घोटाला किया है. पांच लाख नौकरी के नाम पर सत्ता में आयी सरकार ने नौकरी तो नहीं दिया, लेकिन नौकरी बेचने का काम जरूर कर रही है. इसका मास्टरमाइंड कौन है, अभी तक नहीं पता चल सका है. बाउरी ने आरोप लगाया कि यह पूरा मामला राज्य सरकार के इशारे पर हो रहा है. राज्य के कई अधिकारी और मंत्रियों की मिलीभगत से ही इस तरह के घोटाले हो रहे हैं. वे झारखंड के युवाओं का भविष्य को खतरे में डाल रहे हैं. सरकार और सरकार की एजेंसी युवाओं को ठगने का काम कर रही है. इन विषयों को लेकर केंद्रीय मंत्री के साथ भी पत्राचार किया जायेगा, ताकि सीबीआई सभी मामले की जांच एक साथ कर सके. नेता प्रतिपक्ष ने सरकार से मांग की कि इस पूरे विषय पर सरकार निष्पक्ष जांच के लिए सीबीआई को अनुशंसा करे.
जब तक जांच पूरी नहीं होती, तब तक नियुक्ति रोकी जाये
अमर बाउरी ने कहा कि जब तक जांच पूरी नहीं होती है, तब तक नियुक्ति रोकी जाये. उन्होंने सरकार से इस मामले में ठोस कदम उठाने का आग्रह किया है. उन्होंने कहा कि अगर सरकार इस मामले में कोई ठोस कदम नहीं उठायेगी तो जब भाजपा की सरकार राज्य में आयेगी तो वैसे अभ्यार्थी जो पैसे के बल पर परीक्षा दे रहे हैं और नियुक्ति ले रहे हैं, उनकी नौकरी भी जायेगी और उनको जेल भी जाना होगा. नेता प्रतिपक्ष ने बताया कि 2014-19 तक भाजपा ने जितनी भी नौकरी दी, उसमें कोई गड़बड़ी नहीं हुई है. लेकिन आज स्थिति बिल्कुल अलग है. अब छात्र खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं.