Ranchi : देश के सभी केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के संयुक्त आह्वान पर आज प्रस्तावित देशव्यापी आम हड़ताल को सफल बनाने के लिए राजधानी रांची के अल्बर्ट एक्का चौक पर तमाम कर्मचारी संघ एकजुट होकर विरोध प्रदर्शन किया.
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कॉरपोरेट जगत के हित में है कानून – अनिबर्न बोस
मौके पर ट्रेड यूनिनन संघ के अनिबर्न बोस ने कहा कि केंद्र सरकार की श्रम-विरोधी नीतियों के खिलाफ केंद्रीय ट्रेड यूनियनों ने राष्ट्रव्यापी आम हड़ताल की घोषणा किया है.लोकसभा ने हाल में संपन्न सत्र में तीन नए श्रम कानूनों को पारित किया है और कारोबार सुगमता के नाम पर 27 मौजूदा कानूनों को समाप्त कर दिया है. कानून शुद्ध रूप से कॉरपोरेट जगत के हित में हैं, इस प्रक्रिया में 75 प्रतिशत श्रमिकों को श्रम कानूनों के दायरे से बाहर कर दिया गया है
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यूनियन की क्या है मांग?
यूनियन की मांग है कि किसान और मजदूर विरोधी कानूनों को वापस लिया जाये. टैक्स जमा नहीं करने वाले परिवारों के खाते में 7,500 रुपए डाले जायें. जरूरतमंद परिवारों को हर महीने 10 किलो राशन दिया जायेगा. मनरेगा में काम के दिन को 200 किया जाये, न्यूनतम मजदूरी बढ़ायी जाये. इसे अर्बन एरिया में भी लागू किया जाये. डिफेंस, रेलवे, पोर्ट, एविएशन, पावर, माइनिंग और फाइनेंस सेक्टर के प्राइवेटाइजेशन को रोका जाये. PSUs में कर्मचारियों की छंटनी को रोका जाये. सबके लिए पेंशन का प्रावधान हो.
धनबाद में भी सड़कों पर दिखे मजदूरों
कोयलांचल में केंद्र सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ श्रमिक संगठनों ने प्रदर्शन किया. सभी कल-कारखाने, रेल, बैंक जैसे तमाम विभाग के मजदूरों ने अपने-अपने कार्यालय के सामने बैनर पोस्टर लगाकर सरकार के विरोध नारे लगा रहे है.
कौन-कौन सी ट्रेड यूनियन है शामिल
इंडियन नेशनल ट्रेड यूनियन कांग्रेस (INTUC),ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन कांग्रेस (AITUC), हिंद मजदूर सभा (HMS),सेंटर फॉर इंडियन ट्रेड यूनियंस (CITU),ऑल इंडिया यूनाइटेड ट्रेड यूनियन सेंटर (AIUTUC),ट्रेड यूनियन को-ऑर्डिनेशन सेंटर (TUCC),सेल्फ-एम्प्लॉइड वुमेन्स एसोसिएशन (SEWA),ऑल इंडिया सेंट्रल काउंसिल ऑफ ट्रेड यूनियंस (AICCTU),लेबर प्रोग्रेसिव फेडरेशन (LPF),यूनाइटेड ट्रेड यूनियन कांग्रेस (UTUC)
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