Ashish Tagore
Latehar: शहर में यातायात व्यवस्था चौपट हो गयी है. शहर का शायद ही कोई ऐसा चौक -चौराहा होगा, जहां जाम नहीं लगता हो. गुरुवार को तो शहर में यातायात व्यवस्था ध्वस्त हो जाने के कारण स्थानीय लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. शहर के मुख्य पथ पर जाम का आलम ऐसा रहा कि गढ़वा उपायुक्त के वाहन को तकरीबन दस मिनट तक जाम में फंसना पड़ा. शहर के धर्मपुर मोड़ पर जाम के कारण वाहन चालकों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ा. कई एंबुलेंस व स्कूल वाहन जाम में फंसे रहे. बाइपास चौक व थाना चौक में भी जाम का आलम रहा. सबसे अधिक परेशानी जुबली चौक में फंसे वाहन चालकों को हुई. यहां जाम के कारण सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गयी. बता दें कि जुबली रोड की चौड़ीकरण की मांग वर्षों से की जा रही है. लेकिन सड़क का चौड़ीकरण नहीं किया जा रहा है.
सड़क चौड़ीकरण की अधिसूचना जारी हो चुकी है
समाहरणालय लातेहार की भू- अर्जन शाखा द्वारा सड़क चौड़ीकरण के लिए भूमि अधिग्रहण की अधिसूचना गजट में वर्ष 2013 में ही प्रकाशित करवाई जा चुकी है. भू- अर्जन अधिनियम की धारा 11(1) के तहत वर्ष 2013 में ही अधिग्रहण की नोटिस जारी किया गया है. लेकिन वर्षों बीत जाने के बाद भी जिला प्रशासन अधिसूचना पर एक कदम भी कार्य नहीं कर पाया है. प्रशासनिक शिथिलता को वजह से इस मार्ग पर अवस्थित आधा दर्जन शिक्षण संस्थान, अस्पताल, पॉलिटेक्निक कॉलेज, तुबेद कोलियरी व बाल विकास परियोजना जैसे महत्वपूर्ण संस्थाओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
कई भवनों को तोड़ा जाना है
बताया जाता हैं कि भू- अर्जन के के अलावा सड़क चौड़ीकरण में कइ्र भवनों को तोड़ा जाना है. भवनों की लागत गणना का कार्य के लिए 16 नवंबर 2018 को पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता ने भवन विभाग के कार्यपालक अभियंता, लातेहार से पत्राचार किया था. उन्होने अपने पत्रांक 755 दिनांक 14. 08. 2019 को भू- अर्जन से संबंधित तमाम दस्तावेजों को भवन निर्माण विभाग को भेजा है. बावजूद इसके भवन निर्माण विभाग के द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. हालांकि पिछले माह भवन निर्माण विभाग के कनीय अभियंता व अन्य कर्मी सड़क की मापी के लिए जुबली रोड गये थे, लेकिन लोगों के विरोध के कारण उन्हें वापस आना पड़ा था.
10 वर्ष से अधिक समय से लंबित है सड़क चौड़ीकरण योजना
लातेहार शहर से नवादा होते हेरहंज तक जाने वाली कुल 28.7 किलोमीटर लंबी सड़क की चौड़ीकरण की योजना 10 वर्ष पहले तक पारित है. जुबली चौक की मुहाना को छोड़ कर शेष जगहों पर सड़क चौड़ीकरण का कार्य हो चुका है. लेकिन जुबली रोड का चौड़ीकरण नहीं होने से लोग परेशान हैं. पिछले आठ वर्षों में इस सड़क की चौड़ीकरण एवं मजबूती करण के लिए दो बार प्राक्कलित राशि की पुनरीक्षित प्रशासनिक स्वीकृति सरकार द्वारा ली जा चुकी है. एनएच 75 में जुबली चौक से इस पथ पर प्रवेश करते ही सड़क काफी संकरी है. कहीं – कहीं सड़क की चौड़ाइ मात्र सात फीट है. यहां अगर एक वाहन गुजरती है तो दूसरे वाहन को इंतजार करना पड़ता है. मालूम हो पिछले कैबिनेट में पुनः इस सड़क की चौड़ीकरण व मजबूतीकरण मद की लागत बढ़ाने के लिए पुनरीक्षित प्राक्कलन पेश किया गया. सरकार ने सड़क की महत्ता को देखते हुए दूसरी बार पुनरीक्षित प्राक्कलन की स्वीकृति दी और चौड़ीकरण में 79.49 करोड रुपए की प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान की. सड़क चौड़ीकरण के लिए भू-अर्जन की प्रक्रिया लगभग तीन वर्षों पूर्व पूर्ण हो चुकी है.
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