Dhanbad : रेलवे बोर्ड के प्रोजेक्ट मिशन रफ्तार के तहत ट्रेनों की स्पीड बढ़ाने पर लगातार काम चल रहा है. कोरोना काल में रेलवे की आधारभूत संरचना सुधारने के बाद जोन के महत्वपूर्ण रेल मार्गों पर ट्रेनों की स्पीड बढ़ाई जा रही है. अधिकतर ट्रेनों की स्पीड बढ़ भी गई है.
धनबाद रेलवे स्टेशन के प्रबंधक रत्नेश कुमार ने ‘लगातार’ को बताया कि हाल के वर्षों में विद्युतीकरण, दोहरीकरण,ओवरब्रिज, अंडरब्रिज, प्लेटफॉर्म व आरआरआई आदि के माध्यम से इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार होने से ट्रैक की क्षमता 130 किमी प्रति घंटे तक हो गई है, जिससे पूर्व मध्य रेलवे में 97 प्रतिशत ट्रेनें समय पर चल रही हैं. कई बार ट्रेनें तय समय से पूर्व जंक्शनों व स्टेशनों पर पहुंच रही हैं.
हालांकि वर्षों पुरानी समय सारिणी ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाने की राह में रोड़ा अटका रही हैं. समय सारिणी का पालन करने के लिए ट्रेनें जंक्शन व स्टेशनों पर पांच मिनट के बदले आधे घंटे तक खड़ी हो रही हैं. इस दिशा में ध्यान न दिये जाने के कारण रेलवे के बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर का फायदा यात्रियों को नहीं मिल पा रहा है.
बता दें कि कोहरे के दौरान ट्रेनों को सुरक्षित और समयबद्ध तरीके से चलाने के उद्देश्य से इंजनों में फॉग सेफ डिवाइस लगाया गया है. पूर्व मध्य रेल के शत-प्रतिशत मेल/एक्सप्रेस एवं पैसेंजर ट्रेनों के लोको पायलटों के लिए फॉग सेफ डिवाइस लगाया गया है. गौरतलब है कि फॉग सेफ डिवाइस जीपीएस आधारित एक उपकरण है, जो लोको पायलट को आगे आने वाली सिग्नल की चेतावनी देता है.
ईसीआर सीपीआरओ राजेश कुमार का कहना है कि ट्रेनों को शत-प्रतिशत समय पर चलाने की दिशा में तेजी से काम हुआ है. पूर्व मध्य रेलवे में 97 प्रतिशत ट्रेनें ससमय हैं. ट्रैक की क्षमता के अनुरूप ट्रेन चलाने के लिए बोर्ड स्तर से कार्य हो रहा है. कोरोना संकट के कारण इसे लागू करने में देरी हो रही है. नई समय सारिणी लागू होने से यात्रियों को समय की बचत होगी.
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