Ranchi: तेनुघाट विद्युत निगम लिमिटेड का विस्तारीकरण किया जाना है. ऊर्जा विभाग की ओर से इसकी स्वीकृति मिल गयी है. इसके तहत दो यूनिट बनाये जायेंगे. जिसके लिये लगभग 9525 करोड़ रूपये खर्च किये जायेंगे. प्रोजेक्ट के लिए टेंडर निकाला जायेगा. दोनों यूनिट थर्मल पावर आधारित होंगे. संभावना है कि राज्य में टीवीएनएल का विलय होने के बाद ही ये टेंडर निकलेगा. फिलहाल राज्य में इस प्रोजेक्ट के लिये राशि तय की गयी है. यूनिट के लिये केंद्र सरकार से भी अंशदान भी लिया जा सकता है. जो अलग-अलग केंद्रीय योजना के तहत मिल सकती है. फिलहाल टीवीएनएल के विलय पर काम हो रहा है. राज्य में टीवीयूएनएल के दो अतिरिक्त यूनिट बनने से राज्य में बिजली आपूर्ति बहुत हद तक पूरी हो जायेगी. इन यूनिटों के बनने के साथ ही रोजगार सृजन भी होगी. इसके साथ ही राज्य में एनटीपीसी चतरा और पीटीपीएस भी शुरू करने की तैयारी की जा रही है.
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660 मेगावाट की होगी दो यूनिट
टीवीयूएनएल के विस्तार के साथ दोनों यूनिटों की क्षमता 660-660 मेगावाट की होगी. वर्तमान में टीवीयूएनएल की दो यूनिट है. जिनसे 210 -210 मेगावाट बिजली उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है. दोनों यूनिट से 165 से 170 मेगावाट बिजली तक उत्पादन होता है. लेकिन पिछले कुछ महीनों से प्लांट से बिजली उत्पादन प्रभावित है. जिसकी प्रमुख वजह सीसीएल से कोयला नहीं मिलना है. बता दें टीवीएनएल का जायजा पिछले दिनों उर्जा सचिव ने लिया था. दोनों यूनिट के लिये राजबारा कोल ब्लॉक क्षेत्र आंवटित किया गया है.
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रोजगार सृजन
एक अनुमान है कि टीवीएनएल की दो अतिरिक्त इकाई बनने से रोजगार सृजन होगा. इसमें इंजीनियर से लेकर अलग अलग पदों पर रोजगार सृजन की संभावना है. सिर्फ तकनीकि पदों की मानें तो लगभग आठ से एक हजार नियुक्तियां की जायेगी.
वितरण निगम और सीसीएल से लेन देन
टीवीएनएल को प्रति दिन लगभग दो रैक कोयला की जरूरत होती है. जिससे बिजली उत्पादन किया जाता है. पिछले कुछ दिनों से सीसीएल का अधिक बकाया के कारण सिर्फ एक रैक कोयला ही निगम को मिल रहा है. फिलहाल सीसीएल का टीटीपीएस पर लगभग 930 करोड़ बकाया है. बिजली वितरण निगम से टीवीएनएल को लगभग 4624 करोड़ लेना है.
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एनटीपीसी और पीटीपीएस की तैयारी
राज्य में औसतन बिजली की मांग दो हजार यूनिट के करीब है. जिसमें टीवीएनएल, इंलैंड पावर प्लांट, आधुनिक पावर प्लांट, सिकिदिरी और सेंट्रल पूल से बिजली मिलती है. वहीं, राज्य में एनटीपीसी और पीटीपीएस प्लांट भी बन कर तैयार है. संभावना है कि एनटीपीसी टंडवा इस साल सिंतबर से बिजली उत्पादन करेगी. तीन यूनिट से कुल 1950 मेगावाट बिजली उत्पादन होगा. जिससे पांच सौ मेगावाट राज्य को मिलेगी. वहीं पीटीपीएस से तीन यूनिट 800-800 मेगावाट के बनाये जा रहे है. जो साल 2023 से 2024 के बीच शुरू करने का लक्ष्य है.
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