Chennai : तमिलनाडु के तिरुवन्नामलाई स्थित एक निजी स्कूल में 9वीं कक्षा में पढ़ने वाली 14 साल की विनीशा उमाशंकर ने ग्लासगो में इतिहास रच दिया. जान लें कि क्लाइमेट चेंज पर दिये गये विनीशा भाषण को काफी सराहा जा रहा है. खबरों के अनुसार प्रिंस विलियम ने उन्हें ग्लासगो में आयोजित सीओपी-26 में बोलने के लिए आमंत्रित किया था. वहां विनीशा ने नये भविष्य के लिए नया विजन थीम पर अपनी बात रखी. जलवायु परिवर्तन के महत्व पर उन्होंने जिस अंदाज में अपनी बात रखी, उस पर हर कोई सोचने को विवश होगा.
“We have every reason to be angry, but I have no time for anger”
15-year-old Earthshot prize finalist Vinisha Umashankar says “me and my generation will live to see the consequences of our actions today, yet none of what we’ve discussed today seems practical”.#COP26 pic.twitter.com/jFaTIFqw59
— Sky News (@SkyNews) November 2, 2021
इसे भी पढ़ें : प्रधानमंत्री मोदी के केदारनाथ धाम दौरे का विरोध, सीएम पुष्कर सिंह धामी पुरोहितों को मनाने पहुंचे
ग्लासगो कांफ्रेंस में बोलने के लिए पांच मिनट का समय मिला
विनीशा उमाशंकर को ग्लासगो कांफ्रेंस में बोलने के लिए महज पांच मिनट का समय दिया गया था. इतने कम समय में उन्होंने जो बातें रखीं, उस पर कार्यक्रम में मौजूद तमाम राष्ट्राध्यक्ष व अन्य लोग खड़े होकर ताली बजाने लगे. विनीशा ने जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर तत्काल कार्य शुरू किये जाने का आह्वान करते हुए कहा कि पहले की पीढ़ी दुनिया के नेताओं से नाराज व निराश दिखती है. इसका कारण उन नेताओं द्वारा किये जाने वाले खोखले वादे रहे. उन लोगों ने वादा पूरा नहीं किया, लेकिन हम नाराज नहीं हो सकते.
इसे भी पढ़ें : जस्टिस चंद्रचूड़ ने कहा, जमानत आदेश पहुंचने में देर होना गंभीर खामी, इससे युद्ध स्तर पर निपटा जाना चाहिए
हमारे पास गुस्से का समय नहीं
14 वर्षीय छात्रा विनीशा का कहना था कि हमारे पास नाराज होने का समय नहीं है, क्योंकि यह कार्य करने का समय था. हमारे पास गुस्सा करने का हर कारण है. लेकिन, हमारे पास गुस्से के लिए समय नहीं है. हम कार्य करना चाहते हैं, जो प्रभावी तरीके से लागू हो. उन्होंने कहा कि मैं सिर्फ भारत की लड़की नहीं हूं, मैं पृथ्वी की लड़की हूं और मुझे ऐसा होने पर गर्व है. मैं भी एक छात्र हूं. इनोवेटर हूं. पर्यावरणविद और उद्यमी हूं. लेकिन, सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि मैं एक आशावादी हूं.
इसे भी पढ़ें : वैक्सीनेशन : पीएम मोदी ने जिलाधिकारियों के साथ मीटिंग की, हर-घर टीका, घर-घर टीका पर फोकस करने का निर्देश
जीवाश्म ईंधन, धुएं और प्रदूषण पर बनी अर्थव्यवस्था पर जोर न दें
विनीशा ने लोगों से आग्रह किया कि लोग बात करना बंद कर दें और करना शुरू कर दें. दुनिया के नेताओं से उन्होंने अपील की कि वे अपने यहां इनोवेशन पर जोर दें. जीवाश्म ईंधन, धुएं और प्रदूषण पर बनी अर्थव्यवस्था पर जोर न दें. विनीशा ने मंच से कहा, मैं पूरे सम्मान के साथ पूछती हूं कि हम बात करना बंद कर सकते हैं और करना शुरू कर दें. उन्होंने अर्थशॉट पुरस्कार विजेता व फाइनलिस्टों इनोवेशन, परियोजनाओं व समाधान का समर्थन किए जाने की जरूरत बताई. विनीशा ने कहा कि हमें जीवाश्म ईंधन, धुएं और प्रदूषण पर बनी अर्थव्यवस्था की जरूरत नहीं है.
बता दें कि विनीशा उमाशंकर ने सोलर पैनल की मदद से कपड़े प्रेस करने वाली इस्त्री को पावर देने का इनोवेशन किया था. स्वीडन के चिल्ड्रन क्लाइमेट फाउंडेशन ने विनीशा को इस इनोवेशन के लिए चिल्ड्रन क्लाइमेट प्राइज से पुरस्कृत किया.
नये भविष्य को नये विजन की जरूरत है
जलवायु सम्मेलन में स्वच्छ प्रौद्योगिकी व इनोवेशन पर चर्चा के दौरान विनीशा ने वैश्विक नेताओं से पुराने मुद्दों पर बहस बंद करने की अपील की. उन्होंने कहा कि नये भविष्य को नये विजन की जरूरत है. इसलिए आपको अपना समय, पैसा और प्रयास हमारे भविष्य को आकार देने के लिए निवेश करने की जरूरत है. कार्यक्रम में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन सहित अन्य लोग शामिल थे,