Dhaka : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बांग्लादेश की स्वतंत्रता की 50वीं वर्षगांठ पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बुलाये जाने का कई कट्टरपंथी संगठनों ने विरोध किया है. खबर है कि कट्टरपंथी संगठन हिफाजत-ए-इस्लाम द्वारा विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस के साथ हुई हिंसक झड़प में पांच लोग मारे गये हैं. बताया जा रहा है कि पीएम मोदी के दौरे का सबसे ज्यादा विरोध चटगांव और ढाका में किया जा रहा है.
ढाका की सुरक्षा को बढ़ा दिया गया
विरोध प्रदर्शनों को देखते हुए ढाका की सुरक्षा को भी बढ़ा दिया गया है. बीबीसी बांग्ला ने एक पुलिसकर्मी के हवाले से दावा किया कि चटगांव में सुरक्षाबलों के साथ हुई हिंसक झड़प में पांच लोग घायल हो गये, जिन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया, लेकिन उन सभी ने दम तोड़ दिया. खबर है कि सभी लोग जुमे की नमाज के बाद चटगांव के हथाजरी मदरसे से निकाले गये विरोध मार्च में शामिल थे. जुमे की नमाज के बाद राजधानी ढाका के बैतुल मुकर्रम इलाके में भी लोगों ने प्रदर्शन किया.उनकी पुलिस के साथ प्रदर्शनकारियों की झड़प हुई.
उग्र भीड़ ने स्थानीय थाने में जमकर तोड़फोड़ की
बता दें कि हिफाजत ए इस्लाम नाम के एक कट्टरपंथी संगठन ने पीएम मोदी के दौरे का विरोध करने का ऐलान किया था. रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि उग्र भीड़ ने स्थानीय थाने में जमकर तोड़फोड़ की. पत्थरबाजी के बाद थाने में आग लगाने का भी प्रयास किया. पुलिस ने उग्र प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने के लिए बल प्रयोग किया. कहा जा रहा है कि इस दौरान पुलिस ने फायरिंग की, जिसमें पांच लोगों की मौत हो गयी.
कई पत्रकार भी घायल हुए हैं
हालांकि, पुलिस की तरफ से अभी तक गोली चलाने को लेकर कोई जानकारी नहीं दी गयी है. पूरे इलाके को छावनी में बदल दिया गया है. पुलिस फोर्स की भारी मौजूदगी के कारण स्थिति नियंत्रण में बताई जा रही है. इस दौरान सैकड़ों लोग घायल भी हुए हैं. पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हुई जिसमें कई पत्रकार भी घायल हुए हैं.
लेकिन, इन रिपोर्टों की अधिकृत पुष्टि नहीं हो सकी है. हिफाजत-ए इस्लाम के एक नेता के अनुसार प्रदर्शन के दौरान उनके कुछ समर्थकों की मौत हुई है. चटगांव और ढाका में विरोध प्रदर्शनों को देखते हुए पूरे इलाके में पुलिस को अलर्ट कर दिया गया है.बता दें कि हिफाजत -ए-इस्लाम जैसे कई इस्लामी कट्टरपंथी समूहों ने पीएम मोदी की ढाका में प्रवेश के खिलाफ प्रदर्शन करने की धमकी दी थी. जिसके बाद बांग्लादेश ने सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा कर दिया था.
प्रधानमंत्री शेख हसीना ने कड़ी कार्रवाई का आदेश दिया
प्रधानमंत्री शेख हसीना ने पीएम मोदी की यात्रा को बाधित करने की कोशिश करने वाले के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आदेश दिया है. भारत और बांग्लादेश शुरू से ही एक दूसरे के सबसे बड़े सहयोगी रहे हैं. कभी-कभी रिश्तों में आई खटास को भी दोनों देशों ने बखूबी से दूर किया है.
बांग्लादेश के सोशल मीडिया यूजर्स ने हिफाजत-ए-इस्लाम को सत्ता की भूखी और धर्म का व्यापार करने वाली पार्टी करार दिया है. लोगों का आरोप है कि हिफाजत ए इस्लाम पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के इशारे पर पीएम मोदी के दौरे का विरोध कर रही है. जान लें कि कि यह बांग्लादेश की कट्टरपंथी पार्टी है, जिसके संबंध पाकिस्तान से जुड़े हुए हैं.