Bokaro : वन विभाग द्वारा NOC नहीं दिये जाने के कारण लाखों रुपये की लागत से बने चेचका पुल अनुपयोगी साबित हो रहा है.यह पुल झारखंड और पश्चिम बंगाल के सीमावर्ती क्षेत्र चेचका धाम के समीप है. यह पुल तीन साल पहले बनी थी. बाघमारा विधायक ढुल्लू महतो की विधायक निधि से इस पुल का निर्माण कराया गया था. केवल 200 मीटर भूमि वन विभाग की है. एप्रोच रोड बनने से इस पुल पर यातायात सामान्य हो जाएगा. पुल पर आवागमन शुरू होने से चार विधानसभा क्षेत्रों के लोगों को सहूलियत होगी. लेकिन जिस उद्देश्य से इस पुल का निर्माण किया गया था, वह अधूरा ही रह गया.
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सड़क निर्माण के लिए काट रहे हैं दफ्तरों का चक्कर
वन विभाग की NOC के लिए विभागीय अधिकारी वन विभाग के दफ्तरों का चक्कर काट रहे हैं. इसके बावजूद सड़क निर्माण के लिए वन विभाग NOC नहीं दे रहा है.
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NOC मिलने पर विधानसभा से धनबाद की दूरी हो जायेगी कम
अगर वन विभाग NOC दे देती है, तो बोकारो विधानसभा के लोगों के लिए धनबाद की दूरी 20 किलोमीटर कम हो जायेगी. यह पुल चंदनकियारी, बोकारो, बाघमारा, धनबाद विधानसभा क्षेत्र को जोड़ने के लिए बनाया गया है. लेकिन इस मार्ग का उपयोग नहीं होने से यह पगडंडी रास्ता बनकर रह गया है.
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अवैध कोयला ढुलाई के लिए हो रहा रास्ते का उपयोग
अवैध व्यवसायियों के लिए यह रास्ता सेफ जोन बन गया है. इस रास्ते का उपयोग फिलहाल अवैध कोयला ढुलाई के लिए किया जा रहा है. धनबाद जिले और बाघमारा से अवैध कोयला बोकारो लाया जाता है. इस मार्ग से कोयला ढुलाई धड़ल्ले से किया जा रहा है.
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