Washington : अमेरिका में अश्वेत जॉर्ज फ्लॉयड की हत्य के मामले में मिनियापोलिस के पूर्व पुलिस अधिकारी डेरेक चौविन को 22 साल 6 महीने जेल की सजा सुनाई गयी है. बता दें कि चौविन ने 25 मई 2020 को फ्लॉयड की गर्दन अपने घुटने से दबा दी थी, दम घुटने से उनकी मौत हो गयी थी. इस घटना के बाद अमेरिका में नस्ली भेदभाव के खिलाफ बड़ा आंदोलन छिड़ गया था, अमेरिका में ‘ब्लैक लाइव्स मैटर’ के बैनर तले भारी विरोध प्रदर्शन हुआ था. फ्लॉयड परिवार के वकील ने अदालत के इस फैसले को ऐतिहासिक करार दिया है.जज पीटर काहिल ने कहा कि यह सजा पद और अधिकार का दुरुपयोग और जॉर्ज फ्लॉयड के खिलाफ दिखाई गई क्रूरता पर आधारित है.
इसे भी पढ़ें : अयोध्या के विजन डॉक्यूमेंट को लेकर पीएम मोदी ने की वर्चुनल मीटिंग, अधिकारियों सहित सीएम योगी के साथ मंथन किया
यह सबसे लंबी अवधि वाली सजा है
शुक्रवार को मिनेपोलिस कोर्ट में मौजूद 45 साल के चॉविन ने सजा सुनाये जाने से पहले फ्लॉयड के परिवार को सांत्वना दी. पर उन्होंने परिवार से माफी नहीं मांगी. हत्या के बाद से चुप्पी साधे रहे चौविन ने फ्लॉयड के परिवार के प्रति संवेदना प्रकट करते हुए कहा कि आखिरकार अब उनके मन को कुछ शांति मिलेगी. अश्वेत व्यक्ति की हत्या के मामले में किसी पुलिस अधिकारी को दी गयी यह अब तक कि यह सबसे लंबी अवधि वाली सजा है.
इसे भी पढ़ें :100 करोड़ वसूली मामला : महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री का PA गिरफ्तार, आज ED के सामने पेश हो सकते हैं अनिल देशमुख
चौविन को 30 साल की सजा देने का अनुरोध किया था
लेकिन फ्लॉयड के परिवार और उनके समर्थक निराश है. उन्होंने इस अपराध के लिए चौविन को 30 साल की सजा देने का अनुरोध किया था. वहीं अच्छे बर्ताव पर चौविन (45) को अपनी दो तिहाई सजा पूरी करने या करीब 15 साल जेल में बिताने के बाद पैरोल पर रिहा किया जा सकता है. इस संबंध में मिनियापोलिस प्रदर्शन की लीडर नेकिमा लेवी आर्मस्ट्रॉन्ग ने कहा, सिर्फ सजा की अवधि ज्यादा होना ही पर्याप्त नहीं है. न्यायाधीश पीटर काहिल ने राज्य के दिशानिर्देशों से ऊपर उठकर इसके लिए तय 12 साल 6 महीने की सजा से ज्यादा की सजा सुनाई और चौविन को अपने अधिकार और पद के दुरुपयोग तथा फ्लॉयड के प्रति क्रूरता दिखाने का दोषी पाया.
इस क्रम में फ्लॉयड के परिवार के वकील बेन क्रम्प ने कहा है कि परिवार को उम्मीद है कि चौविन को संघीय नागरिक अधिकारों की सुनवाई के दौरान ज्यादा सजा होगी. कहा कि यह मिनिसोटा में किसी पुलिस अधिकारी को मिली अब तक की सबसे लंबी सजा है. परिवार के अनुसार वास्तविक न्याय तभी होगा जब अमेरिका में अश्वेत पुरूषों और महिलाओं को महज रंग के आधार पर पुलिस के हाथों मारे जाने का डर नहीं होगा.
इसे भी पढ़ें : उमर अब्दुल्ला ने आर्टिकल 370 की बहाली की मांग को मूर्खतापूर्ण करार दिया, महबूबा ने कहा, विशेष दर्जा बहाल हो, तभी वह लड़ेंगी चुनाव