Kolkata : पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में गुरुवार को भाजपा के लगभग 150 कार्यकर्ता टीएमसी (तृणमूल कांग्रेस) में शामिल हुए. खबर है कि टीएमसी के स्थानीय नेताओं द्वारा सैनेटाइजर का छिड़काव किये जाने के बाद उन्हें पार्टी में शामिल किया गया.
#WATCH| West Bengal: Trinamool Congress' local leaders in Ilambazar block of Birbhum perform ‘purification' ritual of workers who are joining TMC from BJP, with the spraying of sanitizer. pic.twitter.com/Q4krju0fXT
— ANI (@ANI) June 24, 2021
तृणमूल कांग्रेस के स्थानीय नेताओं ने उन्हें टीएमसी का झंडा थमाया
तृणमूल कांग्रेस के प्रखंड स्तर के सदस्य दुलाल राय ने कहा कि इलामबाजार में एक मंच बनाया गया था, जहां भगवा पार्टी के कार्यकर्ताओं पर सैनेटाइजर का छिड़काव किया गया, फिर स्थानीय नेताओं ने उन्हें टीएमसी का झंडा थमाया.राय के अनुसार भाजपा के लिए जो कार्य कर रहे थे वे वायरस से संक्रमित हो गये थे. उन्हें वापस लेने से पहले हमें यह सुनिश्चित करना पड़ा कि वे संक्रमणरहित हो जायें, क्योंकि हमारा लक्ष्य वायरस से मुक्ति पाना है.
जान लें कि पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस की सत्ता में वापसी के बाद से ही पार्टी छोड़कर भाजपा में गये नेताओं और कार्यकर्ताओं की घर वापसी का सिलसिला शुरू हो चुका है. सबसे पहले भाजपा में गये टीएमसी के बड़े नेता मुकुल रॉय ने वापस पार्टी में लौट आये. जिसके बाद से कार्यकर्ताओं में पार्टी ज्वाइन करने की होड़ सी मच गयी.
200 भाजपा कार्यकर्ताओं को सिर मुड़वाना पड़ा था
इस संबंध में भाजपा के जिला अध्यक्ष ध्रुव साहा ने आरोप लगाया कि उनके पार्टी कार्यकर्ताओं को टीएमसी में शामिल करने के लिए उनके साथ जोर जबर्दस्ती की जा रही है. कहा कि कोई भी अपनी मर्जी से भाजपा से टीएमसी में नहीं गया है.
साहा ने कहा कि चुनाव बाद हिंसा के आरोपों से बचने के प्रयास के तहत टीएमसी नेता ऐसे कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं और भाजपा कार्यकर्ताओं को टीएमसी में शामिल होने के लिए विवश कर रहे हैं. बता दें कि दो दिन पहले हुगली जिले में तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने से पहले 200 भाजपा कार्यकर्ताओं को विधानसभाचुनाव से भाजपा में चले जाने के कथित पाप से मुक्ति के लिए सिर मुड़वाना पड़ा था.