Kolkata : भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा की ओर से गठित चार सदस्यीय तथ्यान्वेषी दल (Fact Finding team) बुधवार को पश्चिम बंगाल पहुंचा. यह दल चुनावी हिंसा से प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करेगा तथा जमीनी स्थिति का आकलन करने के लिए पीड़ितों से बातचीत करेगा. पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद के नेतृत्व वाले चार सदस्यीय दल की योजना उत्तर तथा दक्षिण बंगाल के जिलों का दौरा करने की है. नेशनल खबरों के लिए यहां क्लिक करें
#WATCH | BJP’s fact-finding team headed by party leader Ravi Shankar Prasad reached Kolkata, West Bengal
We will visit the violence-affected areas and meet the victims and after that, we will submit our report to party president JP Nadda, says Ravi Shankar Prasad pic.twitter.com/rDhTzCiZuJ
— ANI (@ANI) July 12, 2023
#WATCH | Ravi Shankar Prasad, chief of BJP’s fact-finding team, says “I want to ask Rahul Gandhi, why is he silent when his party workers are getting beaten in Bengal? The murder of 48 people during the West Bengal Panchayat elections is a sickening sign of a shameful democracy” pic.twitter.com/1fD0xoIQwR
— ANI (@ANI) July 12, 2023
हिंसा और हत्याओं को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता
रविशंकर प्रसाद ने हवाई अड्डे पर पत्रकारों से बातचीत में कहा, ‘पंचायत चुनाव के दौरान हिंसा और हत्याओं को बर्दाशत नहीं किया जा सकता. कई लोगों की हत्या कर दी गयी. पूछा कि चुनाव में कई लोगों की जान क्यों गयी? हम उत्तर और दक्षिण बंगाल के हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगे. इसके बाद हम हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष को रिपोर्ट सौंपेंगे. प्रसाद के अलावा इस दल में सत्यपाल सिंह, राजदीप रॉय और रेखा वर्मा शामिल हैं. प्रसाद सहित सभी सदस्य लोकसभा के सदस्य हैं.
सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस ने Fact Finding team का मजाक उड़ाया
पश्चिम बंगाल में आठ जुलाई को हुए पंचायत चुनाव में व्यापक पैमाने पर हिंसा हुई थी जिसमें 15 लोगों की मौत हो गयी. राज्य में आठ जून को चुनाव प्रक्रिया शुरू होने के बाद से हुई हिंसा में कम से कम 33 लोगों की जान जा चुकी है. राज्य की सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस ने तथ्यान्वेषी दल का मखौल उड़ाते हुए कहा कि यह पार्टी की शर्मनाक हार से ध्यान हटाने का तरीका है. तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा, उन्हें तथ्यान्वेषी दल को मणिपुर भेजना चाहिए, जहां पिछले दो महीने से हिंसा भड़की है.
भाजपा के तथ्यान्वेषी दल के पश्चिम बंगाल आने का मकसद उसकी संगठनात्मक विफलताओं से ध्यान हटाना है. बता दें कि तृणमूल कांग्रेस लगातार तीसरी बार पंचायत चुनाव में भारी जीत की ओर बढ़ रही है.अभी तक आये परिणामों में उसने अजेय बढ़त हासिल कर ली है.