New Delhi: किसान आंदोलन को लेकर देशभर में किसान महापंचायत का आयोजन हो रहा है. जिसमें हजारों की संख्या में किसान शामिल हो रहे हैं. राकेश टिकैत जिंद के एक पंचायत में हिस्सा लेने गए थे, जहां उनका मंच टूट गया. मंच टूटने के बाद टिकैत ने किसानों का हौसला बढ़ाने के लिए कहा,अच्छा हुआ, भाग्यवान लोगों के मंच टूटते हैं. ये लोग भी वही हैं और ये ट्रैक्टर भी वही है. वचन वही है संयुक्त किसान मोर्चा के हमारे 40 लोग ही फैसला करेंगे और सरकार से बातचीत करेंगे.
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राकेश टिकैत ने कहा, ये साल युवा क्रांति का है
जींद में राकेश टिकैत ने कहा, ये साल युवा क्रांति का है. किसान को रोकने के लिए प्रशासन ने सड़कों को लोहे की कील लगा दिया है. इस पर उन्होंने कहा मैं कीलों पर लेट जाऊंगा, सरकार को कृषि कानूनों पर हमारी बात माननी ही होगी. इतना कहते ही उनका मंच टूट गया. जिसमें उन्हें हल्की चोट लगी है. जींद में किसान आंदोलन के समर्थन में चल रही पंचायत में भारी संख्या में किसान मौजूद थे.
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अगर सरकार नहीं मानी तो हम 44 लाख ट्रैक्टर के साथ मार्च करेंगे
राकेश टिकैत ने आंदोलन को मजबूत बनाने के लिए वहां मौजूद किसानों का धन्यवाद किया. टिकैत ने आगे कहा सरकार के पास अक्टूबर तक का वक्त है. अगर सरकार नहीं मानी तो हम 44 लाख टैक्टर के साथ मार्च करेंगे. किसान नेता कई गांवों में जाकर किसानों को लामबंद कर रहे हैं. सरकार को हमारी मांगों को मानना ही होगा.
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