Bokaro : राज्य की हेमंत सोरेन सरकार क्या अब पढ़े-लिखे बेरोजगार युवाओं से शराब बेचवाने का काम करेगी? यह सवाल उठ रहा है. बता दें कि राज्य सरकार ने एंप्लॉयमेंट एक्सचेंज के माध्यम से रजिस्टर्ड बेरोजगारों को रोजगार देने के लिए स्क्रीनिंग शुरू की है.
जानकारी के अनुसार औद्योगिक प्रशिक्षण केंद्र बोकारो में उत्पाद विभाग के अधिकारी जिले में तैनात अधिकारियों और एंप्लॉयमेंट एक्सचेंज के अधिकारियों के माध्यम से बंद कमरे में बैठकर रजिस्टर्ड बेरोजगार युवकों से स्क्रीनिंग के नाम पर कागजात जमा करवा रहे हैं. बता दें कि मीडिया वालों ने जब स्क्रीनिंग करने बैठे अधिकारियों और छात्रों का वीडियो बनाना चाहा तो सहायक आयुक्त उत्पाद बोकारो बदसलूकी पर उतर आये. अब मीडिया वालों को भी अंदर जाने नहीं दिया जा रहा है.
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रजिस्टर्ड बेरोजगारों को मैसेज के माध्यम इंटरव्यू के लिए बुलाया गया
सूत्रों के अनुसार रजिस्टर्ड बेरोजगारों को मैसेज के माध्यम से सूचित किया जा रहा है कि वे गवर्नमेंट आईटीआई बोकारो में कागजात के साथ इंटरव्यू देने आयें, लेकिन इसमें यह नहीं बताया जा रहा है कि आखिर उन्हें नौकरी कौन सी दी जायेगी. जब बेरोजगार यहां पहुंच रहे हैं तो भी उन्हें बताया नहीं जा रहा है कि उन्हें नौकरी कौन सी और कहां दी जाने वाली है. कुछ लोगों को जब बाहर आकर यह पता चल रहा है कि उन्हें शराब बेचने के लिए यहां इंटरव्यू के लिए बुलाया गया है तो वे लोग निराश होकर वापस लौट रहे हैं.
इंटरव्यू में इंजीनियरिंग डिप्लोमाधारी और ग्रेजुएट छात्र भी शामिल हो रहे हैं. इन्हें यह अफसोस जरूर हो रहा है कि शराब बेचने के लिए सरकार उनकी स्क्रीनिंग करवा रही है. छात्रों का आरोप है कि उन्हें मैसेज में यह जानकारी नहीं दी जा रही है कि उन्हें किसलिए बुलाया जा रहा है. उनका कहना है कि अगर यह पता चलता कि उनसे शराब बेचवायी जायेगी तो वे यहां आते ही नहीं. एक बेरोजगार युवक ने कहा कि शराब बेचने के लिए पढ़ाई की क्या जरूरत है. सरकार क्या चाहती है कि पढ़े-लिखे बेरोजगार शराब बेचने का काम करें.
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