Ranchi : एक महिला ने झारखंड पुलिस मेंस एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश पांडेय पर केस उठाने के लिए धमकी देने का आरोप लगाया है. उसका आरोप है कि राकेश पांडेय ने कहा कि केस उठा लो नहीं तो हत्या कर देंगे. महिला का कहना है कि राकेश पांडेय ने विधायक प्रदीप यादव के खिलाफ दर्ज यौन उत्पीड़न केस को उठाने के लिए यह धमकी दी है. इसे लेकर महिला ने बोकारो एसपी समेत पुलिस के कई वरीय अधिकारियों से इसकी शिकायत की है.
महिला के अनुसार उसने साल 2019 में विधायक प्रदीप यादव के खिलाफ देवघर महिला थाना में मामला दर्ज कराया था. यह मामला देवघर कोर्ट में लंबित है. इस मामले को लेकर राकेश पांडेय पर महिला ने धमकी देने का आरोप लगाया है.
देवघर पुलिस ने महिला को उपलब्ध कराया था बॉडीगार्ड
महिला का आरोप है कि बीते 21 जून को राकेश पांडेय ने व्हाट्सएप कॉल किया और हत्या की धमकी दी. बता दें कि विधायक प्रदीप यादव के खिलाफ देवघर महिला थाना में मामला दर्ज होने के बाद देवघर पुलिस ने महिला को एक बॉडीगार्ड उपलब्ध कराया था. बताया जाता है कि प्रदीप यादव के दबाव के बाद महिला से बॉडीगार्ड वापस ले लिया गया था.
राकेश पांडेय पर महिला का पीछा करने का आरोप
महिला ने आरोप लगाया है कि राकेश पांडेय बोकारो में हमेशा उसका पीछा करते हैं. कहा कि उसके साथ अगर कोई घटना होती है, तो राकेश पांडे ही इसका जिम्मेदार होंगे. महिला ने इस संबंध में बोकारो एसपी से शिकायत कर अपनी सुरक्षा की गुहार लगाते हुए एक बॉडीगार्ड की मांग की है. इसके अलावा राकेश पांडेय के खिलाफ कार्रवाई की मांग भी की है.
बता दें कि यह मामला लोकसभा चुनाव के दौरान का है. महिला द्वारा 3 मई 2019 को प्रदीप यादव पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए देवघर महिला थाना में मामला दर्ज कराया गया था. इसके बाद प्रदीप यादव को जेवीएम महासचिव पद से इस्तीफा देना पड़ा था. महिला का आरोप था कि 20 अप्रैल को देवघर के मोहनपुर में महागठबंधन के सम्मेलन में शामिल होने के बाद प्रदीप यादव ने उन्हें फोन कर होटल बुलाया, जहां उनके साथ गलत काम किया. इस मामले में 25 जुलाई 2019 को प्रदीप यादव ने देवघर कोर्ट में सरेंडर किया था.
मेरे ऊपर लगाया गया आरोप बेबुनियाद और प्रायोजित षड्यंत्र है: राकेश पांडेय
इस मामले में झारखंड पुलिस मेंस एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश पांडेय ने कहा कि मेरे ऊपर लगाया गया आरोप बेबुनियाद है. यह प्रायोजित षड्यंत्र है. कहा कि मैं अनुशासित विभाग का कर्मी हूं. जांच में जो भी तथ्य सामने आयेगा, वह मुझे स्वीकार है. उन्होंने कहा कि कानून सभी के लिए बराबर है.