Musabani : एचसीएल के तहत संचालित मुसाबनी के सुरदा माइंस के लीज का नवीनीकरण 17 महीनों से नहीं हुआ है. जिसके कारण उत्पादन नहीं हो रहा है, इसके कारण माइंस में कार्यरत लगभग 1400 मजदूर बेरोजगारी का दंश झेल रहे हैं. माइंस में आवश्यक सेवाओं के लिए रोटेशन के तहत कुछ मजदूरों को काम दिया जा रहा था. रोजगार की मांग पर मजदूरों ने आंदोलन शुरू किया है और माइंस में आवश्यक कार्यों का बहिष्कार कर रखा है. मजदूरों का कार्य बहिष्कार लगातार तीसरे दिन जारी रहा.
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सम्मानजनक रोजगार मिलने तक जारी रहेगा कार्य बहिष्कार
मजदूरों की अपील पर एक भी अस्थाई कर्मचारी सुरदा माइंस के आवश्यक कार्य में शामिल नहीं हुआ. मजदूर प्रथम एवं द्वितीय पाली में हर दिन सड़क पर नजर रखे हुए हैं. शुक्रवार सुबह को भी आंदोलित मजदूर सुरदा में बैठक करते हुए अगली रणनीति बनाने में जुटे रहे. मजदूरों ने एक स्वर में कहा कि जबतक प्रबंधक मजदूरों को सम्मानजनक रोजगार नहीं देता, तब तक मजदूर आवश्यक कार्य का बहिष्कार कार्यक्रम जारी रखेंगे. मजदूरों ने अपनी पीड़ा बताते हुए कहा कि कई मजदूर रोजगार नहीं होने के कारण बीमारी से पीड़ित हैं. वे अपना इलाज भी रुपए के अभाव में नहीं कर पा रहे हैं. हमारे दर्द को न तो एचसीएल प्रबंधन समझ पा रहा है और ना ही स्थानीय प्रशासन. हम अपना आंदोलन शांतिपूर्वक कर रहें हैं. हमें अपने परिवार और पेट की खातिर आंदोलन के लिए जिस हद तक भी जाना पड़े, हम मजदूर हमेशा तैयार रहेंगे. कार्य बहिष्कार आंदोलन में दीपंकर साहू, राजेश सिंह , सुभाष मिश्रा, रूपा भकत, सूरज भकत, ठाकुर हांसदा, रविंद्र साहू, बलराम दास, सुकरात सिंह आदि मौजूद थे.