Ranchi : झारखंड की राजधानी रांची के सरकारी प्राइमरी, अपर प्राइमरी और मिडिल स्कूलों में शिक्षक की कमी है. सरकारी नियमानुसार 30 बच्चों पर एक शिक्षक होनी चाहिए,लेकिन रांची में लगभग 41 बच्चों पर एक शिक्षक है. जिले में छात्रों की संख्या 244423 हैं जबकि सिर्फ 2981 ही शिक्षक हैं. वहीं पारा शिक्षक भी लगभग स्थाई शिक्षकों के बराबर है. रांची जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय के अनुसार रांची में कुल 2125 विद्यालय हैं.
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सिर्फ दो बार हुई जेटेट की परीक्षा
जिसमें प्राइमरी स्कूलों कि संख्या 1292, अपर प्राइमरी स्कूलों की संख्या 46 और मिडिल स्कूल 787 हैं. वहीं प्राइमरी स्कूल में बच्चों की संख्या 64464, अपर प्राइमरी स्कूल में 10593 और मिडिल स्कूलों में 169366 है. नई शिक्षा नीति 2020 लागू होने की प्रक्रिया में है. शिक्षकों की कमी में इसे जमीन पर उतारने में कठिनाई होगी. झारखंड बने 22 साल हो गए लेकिन अब तक 2 बार ही राज्य जेटेट की परीक्षा हुई है. 2016 के बाद झारखंड में जेटेट की परीक्षा भी नहीं हुई है. झारखंड में नियमित तौर पर शिक्षकों को बहाल भी नहीं किया जा रहां है. कई संगठन राज्य में शिक्षक बहाली और जेटेट परीक्षा लेने के लिए आंदोलन और धरना प्रदर्शन भी करते आये है.
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