Ranchi : उर्जा मित्रों से दस से पंद्रह हजार रूपये लने की जांच उर्जा विभाग करेगी. इसके लिए विभाग की ओर से जांच की जा रही है. पिछले महीने विभाग ने जांच प्रक्रिया शुरू की. जिसके लिए शुरू में सात दिन में विभाग ने रिपोर्ट मांगी थी. उर्जा विभाग के सूत्रों की मानें तो जांच अधिकारियों की ओर से मामले में जांच के लिये न्यूनतम 60 दिनों के समय की मांग की गयी है. रिपोर्ट मिलने के बाद विभागीय कार्रवाई की जायेगी. जून में विभाग की ओर से मामले में जांच प्रक्रिया शुरू की गयी. जिसकी अनुमति विभागीय सचिव अविनाश कुमार ने दी है.
बता दें कि मामला झारखंड बिजली वितरण निगम से जुड़ा है. इस साल फरवरी से मार्च के बीच जेबीवीएनएल की ओर से बिलिंग एजेंसियां बदली गयीं. इसके साथ ही नये उर्जा मित्रों की बहाली शुरू हुई. जानकारी है कि एजेंसियों की ओर से उर्जा मित्रों को नौकरी देने के बदले 10 से 15 हजार रूपये लिये गये हैं. तब उन्हें मीटर रीडिंग एप आदि मुहैया कराया गया है.
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बैंक ड्राफ्ट से ली गयी राशि
लगातार न्यूज की ओर से मामले को कई बार प्रमुखता दी गयी. उर्जा मित्रों से सिक्यूरिटी अमाउंट के नाम पर हो रही वसूली को 14 मई को छापा गया. जिसमें कई बार उर्जा मित्रों से भी बात की गयी. जानकारी हुई कि कॉम्पीटेंट एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड को रांची में बिलिंग का काम दिया गया है. कंपनी ने 15 हजार रुपये लेकर उर्जा मित्रों को नौकरी दी. जो पैसा नहीं दे रहा है, उसे नियुक्त नहीं किया गया. खुद उर्जा मित्रों ने बताया कि लालच में बेरोजगार कंपनी को 15 हजार रुपए का बैंक ड्रॉफ्ट दे रहे हैं. जो राशि जमा कर रहा है, उसी की नियुक्ति हो रही है. रांची सर्किल में लगभग सात सौ उर्जा मित्रों की बहाली की गयी है.
राज्य में तीन हजार मित्रों की है जरूरत
हालांकि कुछ आपूर्ति क्षेत्रों में अभी भी उर्जा मित्रों की बहाली जारी है. चार एजेंसियों को सूबे में मीटर रीडिंग काम दिया गया है. जिसमें एजेंसियों में मेसर्स साई कंप्यूटर प्राइवेट लिमिटेड, एमडी डिजिट्रोनिक्स प्राइवेट लिमिटेड, कंपीटेंट एनर्जी व क्विस कॉर्प शामिल है. पिछली बार नियुक्ति एजेंसियों के आंकड़ों की मानें तो राज्यभर में लगभग तीन हजार उर्जा मित्र थे. इस बार एजेंसी बदलने से इनकी संख्या में भी अंतर आ सकता है.
एजेंसियां कर रहीं वसूली
इससे पहले जून में निगम के जीएम एस दास की ओर से सभी चीफ इंजीनियरों को पत्र लिखा गया था. जिसमें कहा गया कि उर्जा मित्रों से अवैध वसूली की लगातार शिकायत आ रही है. शिकायत उर्जा मित्रों से अवैध वसूली के संबध में की जा रही है. जो एजेंसियों की ओर से की जा रही है. दास की ओर से इस संबध से सभी चीफ इंजीनियरों से रिपोर्ट मांगी गयी.
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