Raipur : एसीबी के पूर्व चीफ निलंबित आईपीएस जीपी सिंह के खिलाफ राजद्रोह का केस दर्ज किये जाने की खबर आयी है. बता दें कि छत्तीसगढ़ में आईएएस, आईपीएस या आईएफएस के किसी भी अधिकारी के खिलाफ राजद्रोह का यह पहला मामला दर्ज हुआ है. सूत्रों के अनुसार अब जल्द ही पूर्व आईपीएस जीपी सिंह की गिरफ्तारी हो सकती है.
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एडीजी के सरकारी बंगले से डोजियर, टूलकिट दस्तावेज मिले थे
जानकारी के अनुसार छत्तीसगढ़ में पिछले दिनों एंटी करप्शन ब्यूरो के छापे के दौरान एडीजी के सरकारी बंगले और उनके करीबियों के यहां से कुछ डोजियर और टूलकिट दस्तावेज और पेन ड्राइव मिले थे. कोतवाली पुलिस ने जांच के क्रम में सरकार के खिलाफ षड्यंत्र मानते हुए जीपी सिंह के खिलाफ राजद्रोह की धारा लगा दी है,
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गृह विभाग ने जीपी सिंह को निलंबित कर दिया था
सूत्रों के अनुसार जीपी सिंह के सरकारी बंगले और सहयोगियों के ठिकानों में छापेमारी के दौरान जो दस्तावेज मिले हैं, उसमें ऐसी बातें सामने आयी हैं, जो सरकार के खिलाफ साजिश रचने की ओर इशारा कर रहीं हैं. साथ ही उनके आवास से 49 लाख रुपये के डेढ़ दर्जन से अधिक लैपटाप, आइपैड, मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बरामद किये गये थे.
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बैंकों और बीमा कंपनियों को पत्र लिखकर जानकारी मांगी गयी
जीपी सिंह और उनके परिजनों के बैंक खातों, बीमा और विभिन्न निवेश की जांच करने में जुटी हुई है. इसके लिए सभी बैंकों और बीमा कंपनियों को पत्र लिखकर जानकारी मांगी गयी है. साथ ही निवेश की जानकारी जुटाने सीए और आयकर विभाग से ब्यौरा मांगा गया है.
छापामारी मे 10 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति का खुलासा हुआ था. इसके बाद राज्य सरकार के गृह विभाग ने जीपी सिंह को निलंबित कर दिया था. पिछले एक सप्ताह से एसीबी और रायपुर पुलिस की टीम इन दस्तावेजों को खंगाल रही थी. इसके बाद पुलिस ने देर रात 154-A और 124-A की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया.