Ranchi : झारखंड के साहिबगंज जिले में हुए 1000 करोड़ रुपये के खनन घोटाला मामले की जांच प्रवर्तन निदेशालय ( ईडी) कर रही है. इस मामले की जांच क्रम में ईडी ने साहिबगंज डीसी रामनिवास यादव समन किया था. इसी दौरान सोमवार को डीसी रामनिवास यादव ईडी का रांची जोनल ऑफिस पहुंचे. जिसके बाद उनसे ईडी ने पूछताछ शुरू कर दी है. इससे पहले ईडी ने डीसी रामनिवास यादव बीते 17 जनवरी को समन भेज कर 23 जनवरी को पूछताछ के लिए ईडी के रांची जोनल ऑफिस बुलाया था. बता दें कि ईडी ने साहिबगंज अवैध खनन मामले में मुख्य आरोपियों पंकज मिश्रा और उसके सहयोगी बच्चू यादव के खिलाफ ईसीआईआर दर्ज किया है. इस केस में अब कई वरीय अधिकारियों की मुश्किल बढ़ने वाली है.
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जेल में रहने के बाद भी पंकज मिश्रा ये दो अधिकारी करता था बात
अवैध खनन के आरोप में जेल में बंद पंकज मिश्रा से बात करनेवाले सचिवालय व जिला स्तर के दो दर्जन से अधिक पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को चिह्नित किया है. इन अधिकारियों में साहिबगंज के डीसी रामनिवास यादव और एसपी अनुरंजन किस्पोट्टा भी शामिल हैं. इसी को लेकर ईडी ने डीसी को समन भेजा है. इसके अलावा संबंधित अधिकारियों को पूछताछ के लिए जल्द ही समन जारी किया जायेगा.
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डीसी की रिपोर्ट को मनवाने के लिए पंकज मिश्रा ने कमिश्नर को किया था फोन
बता दें कि मार्च 2022 में साहिबगंज से मनिहारी घाट जा रही नाव में कई गाड़ियां ओवरलोडिंग की वजह से गंगा में डूब गई थी. उस मामले में डीसी रामनिवास यादव ने तत्कालीन दुमका कमिश्नर चंद्रमोहन कश्यप को रिपोर्ट सौंपी थी. उक्त रिपोर्ट में कई तरह की खामियां पाते हुए कमिश्नर ने दोबारा डीसी से रिपोर्ट मांगी थी. तब पंकज मिश्रा ने कमिश्नर को फोन कर कहा था कि जलयान के जरिए ट्रांसपोर्टिंग का पूरा कामकाज उनका ही है, ऐसे में डीसी ने जो रिपोर्ट भेजी है उसे बिना ना-नुकुर किए स्वीकार किया जाए. कमिश्नर ने बाद में ईडी को दिए गवाही में इस बात की पुष्टि की थी. यह मामला भी अवैध खनन और परिवहन से जुड़ा है. ऐसे में डीसी साहिबगंज से इस मामले में ईडी जवाब-तलब करेगी.
1000 करोड़ रुपये के अवैध खनन की गतिविधि को अंजाम दिया गया
झारखंड की निलंबित खान सचिव पूजा सिंघल से जुड़े मनरेगा घोटाला और मनी लाउंड्रिंग केस की जांच के दौरान प्रवर्तन निदेशालय ने खुलासा किया कि बीते 2 से ढाई साल में झारखंड के संताल परगना जिला स्थित साहिबगंज जिले में 1,000 करोड़ रुपये के अवैध खनन की गतिविधि को अंजाम दिया गया. ईडी ने इस सिलसिले में 8 जुलाई को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के बरहेट विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा और उसके सहयोगियों के साहिबगंज, राजमहल, उधवा, बरहड़वा, मिर्जाचौकी और बरहेट स्थित कम से कम 18 ठिकानों पर छापा मारा था. छापेमारी में ईडी को 5.34 करोड़ रुपये कैश और निवेश से संबंधित दस्तावेज मिले थे. ईडी ने 30 करोड़ रुपये की कीमत वाला मालवाहक जहाज भी जब्त किया था. ऐसे 37 बैंक खातों का पता चला था जिसमें 11 करोड़ 37 लाख रुपये जमा थे. ईडी ने ये रकम भी जब्त कर ली थी.पंकज मिश्रा को 19 जुलाई को पूछताछ के लिए बुलाया गया. उसी दिन उसे गिरफ्तार भी कर लिया.
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