Kiriburu : हाथियों के वासस्थल के रूप में प्रचलित भारत के पहले नोटिफाईड एलिफेंट रिजर्वायर क्षेत्र सारंडा के मनोहरपुर रेंज अन्तर्गत दिकूपोंगा गांव के समीप लगभग पंद्रह हाथियों के झुंड के भ्रमणशील रहने से आसपास गांव के ग्रामीणों ने भारी भय व्याप्त है. दिकुपोंगा के ग्रामीणों ने बताया कि रविवार सुबह कुछ ग्रामीण पास के जंगल में लकड़ी लाने गये थे तो उक्त हाथियों का झुंड देखा. वे वहां से गांव की ओर भागे ताकि हाथी उनकी फसल आदि को बर्बाद नहीं करें अथवा उनके गांव क्षेत्र में आकर लोगों के घरों एवं जानमाल का नुकसान नहीं करें. उक्त हाथी ग्रामीणों का भनक से चिंघाड़ भी मार रहे थे जिससे ग्रामीण भयभीत हैं.
हाथियों की पहुंच से दूर सुरक्षित रहें ग्रामीण
दूसरी तरफ सारंडा वन प्रमंडल के पदाधिकारी सुमित कुमार से सम्पर्क करने पर उन्होंने बताया कि यह सही है कि 25 सितम्बर की रात लगभग दस बजे उक्त हाथियों का झुंड दिकुपोंगा गांव क्षेत्र में था एवं कुछ ग्रामीणों के खेत में लगे धान भी खाया है. उन्होंने लोगों से अपील की कि वह हाथियों की पहुंच से दूर सुरक्षित जगह पर रहें तथा हाथियों के साथ छेड़छाड़ नहीं करें. सारंडा में हाथियों की गतिविधियां अच्छा संकेत है. लोग उनके कॉरिडोर के जंगलों को नुकसान नहीं पहुंचायें तथा अतिक्रमण से परहेज करें अन्यथा हाथी लोगों को नुकसान पहुंचाना प्रारम्भ कर सकता है.