Haidernagar (Palamu) : हैदरनगर प्रखंड की बरडंडा पंचायत में 14वीं वृत योजना से 16 जलमिनार लगाये गये हैं, किंतु सभी जलमिनार 6 माह में ही बेकार हो गये. इस संबंध में स्थानीय पंचायत के ग्रामीणों ने पलामू के उपायुक्त व उप विकास आयुक्त को आवेदन देकर जांच की मांग की है. ग्रामीणों में आवेदन में कहा है कि पंचायत के कई गांव में छह माह पूर्व जलमिनार लगाये गये थे, जो पूर्ण रूप से खराब होकर बंद पड़े हैं. आवेदन में यह भी कहा है कि प्रत्येक सोलर जलमिनार में लगभग तीन लाख रुपये की लागत लगी है. सभी फर्जी आपूर्तिकर्ता के माध्यम से खरीद की गयी है, जिसमें पंचायत के मुखिया को मोटा कमीशन मिला है, जो जांच का विषय है.
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आवेदन में यह भी कहा गया है कि लगता है क जलमिनार लगाकर सरकारी राशि का गबन करना ही मुखिया का उद्देश्य था. उऩ्होंने अधिकारियों से अविलंब जांच कराने की मांग की है. आवेदन में यह भी कहा है कि बरवाडीह गांव में तीन सोलर जनमिनार, भितरपांती में तीन, बरडंडा में तीन, पटखौलीया में एक सहित कुल 16 जलमिनार लगाये गये है. मुखिया व पंचायत सेवक की मिलीभगत से ग्रामीणों के लिए न तो शुद्ध पेयजल की व्यवस्था हो सकी, न ही पंचायत का विकास हुआ. उन्होंने कहा है कि ग्रामीणों को न्याय नहीं मिला, तो बाध्य होकर पंचायत की जनता आंदोलन करेगी. आवेदन में हस्ताक्षर करने वालों में मुख्य रूप से समाजसेवी अनिल कुमार चंद्रवंशी, संजय पाल, विजय कुमार यादव, महेंद्र पाल, विकास पाल, ललन पासवान सहित कई ग्रामीणों का नाम शामिल हैं.
कुछ जलमिनार तकनीकी खराबी होने के कारण बंद हैं
इस संबंध में बरडंडा पंचायत की मुखिया तेतरी देवी व मुखिया प्रतिनिधि सुदर्शन राम ने कहा कि पंचायत में 12 सोलर जलमिनार लगाये गये हैं. कुछ जलमिनार तकनीकी खराबी होने के कारण बंद हैं. उन्होंने यह भी कहा की कुछ जलमिनार का सोलर खराब हुआ था, जिसे एजेंसी को भेजा गया है. जल्द ही सभी खराब पड़ा जलमिनार को दुरूस्त कराया जायेगा.
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