Chaibasa / Chakradharpur : चक्रधरपुर रेल मंडल के कैरेज एंड वैगन विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर एक शख्स ने 12 लोगों से 18 लाख रुपये की ठगी कर ली है. नौकरी लेने की लालच में ठगाए सारे लोग पश्चिम बंगाल के पुरुलिया के रहने वाले हैं. जिस शख्स पर ठगी करने का आरोप है उसने पीड़ितों को अपना नाम सुदर्शन कुमार बताया है. जानकारी के मुताबिक सुदर्शन कुमार ने पुरुलिया के 12 लोगों को रेलवे में नौकरी दिलाने का सपना दिखाया. इसके बाद अपने जाल में फांसकर 18 लाख रुपये लेकर चंपत हो गया. इस मामले का खुलासा तब हुआ जब नौकरी के नाम पर ठगाए लोग पुरुलिया से चक्रधरपुर रेलवे स्टेशन ड्यूटी ज्वाइन करने शनिवार को पहुंचे.
कैरेज एंड वैगन विभाग में जाकर कहा-हमें ज्वाइनिंग करा दो
ठगी के शिकार बने लोग 7 अगस्त शनिवार को चक्रधरपुर में सुदर्शन कुमार को तलाश कर रहे थे. सुदर्शन को खोजते हुए ये लोग कैरेज एंड वैगन विभाग पहुंच गए. इन लोगों ने बताया कि इन्हें ड्यूटी ज्वाइन करना है. इतना सुनते ही कार्यालय में मौजूद लोगों के होश उड़ गए. फिर विभाग के कर्मचारियों ने जब विश्वास में लेकर इनसे पूछताछ की तो सारा राज खुल गया. पीड़ित लोगों ने बताया कि वे लोग पश्चिम बंगाल के पुरुलिया के रहने वाले हैं.
जमशेदपुर बुलाकर मेडिकल कराया और फिटनेस सर्टिफिकेट दे दिया
पीड़ित लोगों में से एक लाल मोहन महतो के एक दूर के रिश्तेदार जिनका नाम सुदर्शन कुमार है उसने इन लोगों को बताया की वह चक्रधरपुर रेल मंडल में एक बड़ा रेल अधिकारी है. वह ओबीएसएच का हेड है. उसे 20 नये रेलकर्मियों की जरूरत है. जिसमें वह सीधी बहाली कर सकता है. बहाली के लिए वह प्रत्येक उम्मीदवार से डेढ़ लाख रुपये बतौर रिश्वत लेगा. नौकरी के लिए उम्मीद बांधने के लिए सुदर्शन कुमार ने एक चाल चली. फर्जी तरीके से सुदर्शन कुमार ने इन सभी को 27 जुलाई को जमशेदपुर बुलाया. जहां इनका मेडिकल किया गया और फिटनेस की पर्ची थमाते हुए इन्हें नौकरी ज्वाइन करने को कहा गया.
डेढ़-डेढ़ लाख सुदर्शन को नौकरी के लिए दिए
जमशेदपुर में नौकरी ज्वाइन करने से पहले सुदर्शन कुमार ने सभी से रिश्वत की रकम मांगी. रेलवे की सरकारी नौकरी की चाहत में पश्चिम बंगाल के पुरुलिया बस स्टैंड में 12 लोगों ने डेढ़-डेढ़ लाख करके सुदर्शन कुमार को बीते 29 जुलाई को कुल 18 लाख रुपये दे दिए. इसके बाद सुदर्शन कुमार ने इन लोगों को कहा कि आप सभी लोग सात अगस्त को चक्रधरपुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म संख्या एक में रहना. आप सभी को मैं ज्वाइनिंग करवाऊंगा. जब सात अगस्त को ये लोग चक्रधरपुर पहुंचे तो इन्हें ठग सुदर्शन कुमार कहीं नहीं दिखा.
रिश्वत देते हुए सुदर्शन का वीडियो बनाया
ये लोग सुदर्शन को खोजते खोजते चक्रधरपुर कैरेज एंड वैगन विभाग पहुंचे. जहां ठग का पूरा मामला खुल गया. अब इन लोगों को अहसास होने लगा है कि ये लोग ठगी के शिकार हो गए हैं. नौकरी पाने की चाहत में इन्होने अपनी गाढ़ी कमाई और कर्ज लेकर जमा की रकम को गंवा दिया है. ठगी का शिकार बने लोगों में पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले के गोलबेड़ा गांव के लाल मोहन महतो, समर महतो, वीरसिंह महतो, जोड़रो सुरडीह के अजीत महतो, मानिकचंद महतो, कितानचंद्र महतो, फकीर चंद्र महतो, अशोक चंद्र महतो, अजीत प्रसाद महतो, बलरामपुर के सुशांत महतो, पांडामां के करनो महतो आदि शामिल हैं. इन सभी से सुदर्शन कुमार ने डेढ़-डेढ़ लाख वसूले हैं और फरार हो गया है. इन लोगों ने बस एक चालाकी से भरा काम किया है की इन लोगों ने पैसे लेते हुए सुदर्शन कुमार का वीडियो बना लिया है. लेकिन इस वीडियो में भी ठग सुदर्शन कुमार मुंह पर मास्क लगाकर डील करता हुआ नजर आ रहा है.