Ranchi : झारखंड राज्य अनुबंधित पारा चिकित्सा कर्मी संघ और झारखंड राज्य एनआरएचएम एएनएम-जीएनएम अनुबंध कर्मचारी संघ के बैनर तले शुक्रवार को 18वें दिन भी आमरण अनशन जारी रहा. वहीं 24 दिन धरना जारी है. अनुबंध कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर राजभवन के समक्ष डटे हुए हैं. संघ की महसचिव वीणा ने कहा कि एक-एक कर अनशनकारी सदर अस्पताल रेफर होते जा रहे हैं. ऐसा लगता है अब पूरा अनशन सदर अस्पताल में शिफ्ट हो जायेगा.
अनुबंध कर्मियों के अनशन को मिला इनका समर्थन
शुक्रवार को झारखंड राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के राज्य अध्यक्ष गोपाल शरण सिंह, संरक्षक सुशीला तिग्गा, राज्य महासचिव सुदेश, दक्षिण छोटानागपुर के प्रमंडलीय मंत्री पुरषोत्तम साहू, जन चिकित्सा कर्मचारी महासंघ से जीतवाहन उरांव और सेंट्रल गवर्नमेंट ट्रेंड नर्सेज यूनियन से पूनम कुमारी, सीमोन पीपी ने धरना स्थल पर पहुंच कर अनशनकारियों की हौसला अफजाई की.
वैक्सीनेशन सहित 33 नेशनल प्रोग्राम पर पड़ा असर
अनुबंध कर्मियों की हड़ताल के कारण सभी स्तर की स्वास्थ्य व्यवस्था पर असर पड़ रहा है. वैक्सीनेशन का लक्ष्य भी गिरते जा रहा है. 10 फरवरी से चलने वाले विश्व फाइलेरिया अभियान भी प्रभावित हुआ है.
ये अनशनकारी अस्पताल में भर्ती
प्रदीप कुमार, रंजीत सुरीन सदर अस्पताल के आईसीयू में है. प्रदेश अध्यक्ष विनय कुमार सिंह जिंदगी की जंग लड़कर वापस धरना स्थल पर लौटे. बबिता कुमारी अभी भी सदर अस्पताल के आईसीयू में इलाजरत हैं. शुक्रवार को अनशनकारी नेत्र सहायक कुमार लोकेश और रितेश कुमार जायसवाल को गंभीर अवस्था में सदर अस्पताल में भर्ती किया गया है.
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