Jamshedpur (Anand Mishra) : केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के वर्षों पुराने छात्र भी अब डीजी लॉकर की सुविधा का लाभ उठा सकेंगे. बोर्ड की ओर से अपने पूर्ववर्ती छात्रों के लिए यह व्यवस्था की गयी है. बोर्ड की ओर से बताया गया है कि वर्ष 2001 से लेकर वर्ष 2022 तक के छात्र-छात्राओं को डीजी लॉकर की सुविधा अब उपलब्ध करा दी गयी है. इस तरह सीबीएसई से पासआउट 21 वर्ष पुराने छात्र-छात्राओं के मार्कशीट समेत अन्य डॉक्यूमेंट डीजी लॉकर में उपलब्ध होंगे. बता दें कि सीबीएसई देश का ऐसा पहला बोर्ड है जिसने सबसे पहले अपने छात्र-छात्राओं को यह सुविधा उपलब्ध करायी थी. बोर्ड की ओर से डीजी लॉकर की शुरुआत वर्ष 2016 में की गयी थी. अब 21 वर्ष पुराने यानी वर्ष 2001 से लेकर अब तक के छात्र-छात्राओं के प्रमाण पत्र डीजी लॉकर में उपलब्ध होंगे.
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बोर्ड के परीक्षा नियंत्रक डॉ संयम भारद्वाज ने बताया है कि सभी छात्र-छात्राओं के प्रमाण पत्र डिजीटल रूप से हस्ताक्षरित एवं क्यूआर कोड से युक्त हैं, ताकि उनकी प्रमाणिकता की आसानी से जांच की जा सके. इन प्रमाण पत्रों का विशेष तौर पर तैयार किये गये एप के माध्यम से सत्यापन किया जा सकता है. वहीं अधिक संख्या में प्रमाण पत्रों की जांच के लिए सीबीएसई की ओर से उच्च शिक्षण संस्थानों और सरकारी नियोक्ताओं को सुविधा उपलब्ध करायी जा रही है.
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बताया गया है कि हर वर्ष लगभग सीबीएसई की बोर्ड परीक्षाओं में करीब 35 लाख विद्यार्थी शामिल होते हैं. विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों के द्वारा उनके प्रमाणपत्रों को सत्यापन के लिए बोर्ड के पास भेजा जाता है. ऐसे में सीबीएसई ने शिक्षण संस्थानों से अब प्रमाणपत्रों को सत्यापन के लिए भेजने के बजाय ऑनलाइन सत्यापन करने का आग्रह किया है.