Ranchi : झारखंड विधानसभा में मंगलवार को तमाड़ विधायक विकास सिंह मुंडा ने विधानसभा में ध्यानाकर्षण के तहत फर्जी स्थानीय प्रमाण पत्र बनाकर शिक्षक बने लोगों का मुद्दा उठाया. विधायक ने कहा कि मामला सामने आने के बाद जांच रिपोर्ट सौंपे जाने के 6 महीने बाद भी इन शिक्षकों पर कार्रवाई नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि संगीता कुमारी, चंदा कुमारी और धनंजय पांडे नाम के तीन लोगों ने फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर शिक्षक की नौकरी पायी है, लेकिन जांच सिर्फ संगीता कुमारी और चंदा कुमारी के खिलाफ हुई है. धनंजय पांडे के खिलाफ अब तक कोई जांच नहीं हुई है.
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कार्मिक विभाग ने शिक्षा विभाग को भेजा पत्र
इस पर जवाब देते हुए संसदीय कार्यमंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि दोनों शिक्षक संगीता कुमारी और चंदा कुमारी के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कार्मिक विभाग ने शिक्षा विभाग को पत्र भेज दिया है. वहीं धनंजय का विभाग के पास सिर्फ नाम है. उनका सही एड्रेस पता नहीं चलने की वजह से जांच नहीं हो पायी है. पूरा एड्रेस मिलने के बाद जांच और कार्रवाई दोनों होगी.
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