Akshay Chaubey
Topchanchi (Dhanbad) : गिरिडीह लोकसभा सीट पर इस बार कुर्मी जाति के तीन कद्दावर नेताओं के बीच दिलचस्प मुकाबला है. मौजूदा सांसद आजसू पार्टी के चंद्रप्रकाश चौधरी, इंडिया गठबंधन के मथुरा महतो और जेएलकेएम के प्रमुख जयराम महतो चुनावी मैदान में उतर चुके हैं. तीनों कद्दावर नेता लोकसभा क्षेत्रों में पसीना बहा रहे हैं. जनता के बीच पहुंच कर जीत का आशीर्वाद मांग रहे हैं. गिरिडीह लोकसभा क्षेत्र में कुर्मी वोटर्स की तादाद लगभग 19 फीसदी है और जीत-हार तय करने में इनकी भूमिका सबसे निर्णायक मानी जाती रही है. इस बार तीन बड़े कुर्मी नेताओं के मैदान में उतरने से किसी एक को अपनी जाति का एकमुश्त वोट मिल पाना मुश्किल है. ऐसे में दूसरे जातीय समूहों की गोलबंदी और समर्थन के आधार पर बनने वाले समीकरणों का आकलन किया जा रहा है. हालांकि, 1989 से लेकर 2014 तक इस सीट पर कुल नौ बार हुए चुनावों में भाजपा ने कुल छह बार जीत दर्ज की थी.
पिछले चुनाव में आजसू पार्टी के चंद्रप्रकाश चौधरी को भाजपा का भरपूर समर्थन मिला था. इस बार भाजपा के स्थानीय कार्यकर्ताओं में चंद्रप्रकाश चौधरी की उम्मीदवारी पर खास उत्साह नहीं दिख रहा. इसकी वजह यह है कि पिछले पांच वर्षों में चन्द्र प्रकाश चौधरी ने भाजपा के स्थानीय नेताओं-कार्यकर्ताओं से ज्यादा संपर्क नहीं रखा. चन्द्र प्रकाश चौधरी अपने क्षेत्र में किए विकास के कार्यों और मोदी की गारंटी को लेकर जनता के बीच पहुंच रहे हैं.
झामुमो के मथुरा महतो इस सीट पर पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं. वह पार्टी के कद्दावर नेताओं में गिने जाते हैं. इसी लोकसभा सीट के अंतर्गत आने वाली टुंडी सीट के विधायक हैं. इस सीट से वह कुल तीन बार विधानसभा पहुंच चुके हैं. राज्य सरकार में दो बार मंत्री भी रहे हैं.
जयराम महतो ने पिछले तीन-चार सालों से झारखंडी भाषा और स्थानीयता के मुद्दे पर संघर्ष करने वाले फायरब्रांड युवा नेता के रूप में अच्छी पहचान बनाई है. राज्य भर में उनकी जनसभाओं में भारी भीड़ जुटती रही है. इस चुनाव में उनकी सियासी हैसियत की पहली परीक्षा होनी है.
गिरिडीह लोकसभा से तीन कुर्मी नेता विनोद बिहारी महतो, राजकिशोर महतो और टेकलाल महतो जीत दर्ज कर चुके हैं. इन तीनों में से कोई दूसरी बार लोकसभा नहीं पहुंच पाए. ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि चंद्रप्रकाश दूसरी बार यहां से संसद तक की राह नाप पाते हैं या नहीं. बहरहाल, तीनों कद्दावर प्रत्याशी चुनावी परीक्षा में लगातार जनसंपर्क अभियान चला रहे हैं. तीनों कद्दावर प्रत्याशी में कौन लोकतंत्र का इम्तिहान पास करेगा यह जनता तय करेगी. गिरिडीह लोकसभा क्षेत्र में आगामी 25 मई को मतदान होना है.
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