Ranchi : झारखंड अग्निशमन विभाग में फायर स्टेशन में अफसरों की कमी है. जानकारी के मुताबिक, अग्निशमन विभाग फायर स्टेशन अफसर के कुल 45 पद स्वीकृत हैं, जिनमें 33 खाली पड़े हुए हैं. गौरतलब है कि किसी भी संस्था, प्रतिष्ठान को अग्नि सुरक्षा का प्रमाण पत्र फायर अफसर के माध्यम से ही दिया जाता है. पद रिक्त होने से यह प्रमाण पत्र नहीं दिया जा रहा है. फायर स्टेशन अफसरों की कमी के चलते जूनियर व अग्निचालकों के भरोसे ही राज्य का अग्निशमन विभाग चल पा रहा है.
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33 साल से नहीं हुई है नियुक्ति
33 साल से अग्निशमन विभाग में फायर स्टेशन अफसर की नियुक्ति नहीं हुई है. संयुक्त बिहार के समय साल 1989 में फायर स्टेशन अफसर की बहाली हुई थी. इसके बाद से अब तक बहाली नहीं हो सकी. अलग राज्य बनने के बाद 68 अग्निचालकों के पद पर रघुवर सरकार में बहाली हुई थी, जिससे काम चल रहा है. राज्य में अग्निचालक, फायर स्टेशन अफसर व डिविजनल फायर स्टेशन अफसर के पद पर ही सीधी बहाली होती है, शेष पद प्रोन्नति से भरे जाते हैं.
मैन पावर की कमी से जूझ रहा है होमगार्ड डिपार्टमेंट
झारखंड पुलिस के होमगार्ड डिपार्टमेंट में कुल 744 पोस्ट स्वीकृत हैं, जिनमें 592 पोस्ट खाली पड़े हुए हैं. सिर्फ 152 पुलिसकर्मियों के भरोसे यहां का कामकाज चल रहा है. जबकि झारखंड अग्निशमन विभाग भी मैन पावर की कमी से जूझ रहा है. झारखंड अग्निशमन विभाग में कुल 875 पद स्वीकृत हैं, वर्तमान में 460 पद खाली पड़े हुए हैं. रांची के डोरंडा स्थित अग्निशमन विभाग की ओर से खाली पड़े पदों के लिए कई बार सरकार को प्रस्ताव भेजा गया, लेकिन अभी तक रिक्तियों को भरा नहीं जा सका है.
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