Melbourne : पापुआ न्यू गिनी नरसंहार की घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं. यहां दक्षिण प्रशांत राष्ट्र के सुदूरवर्ती ईंगा प्रांत में जनजातीय हिंसा में 53 लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया. रॉयल पापुआ न्यू गिनी कांस्टेबुलरी के कार्यवाहक अधीक्षक जॉर्ज काकस ने ऑस्ट्रेलियन ब्रॉडकास्टिंग कॉर्पोरेशन (एबीसी) को इस बात की जानकारी दी है. जॉर्ज काकस ने बताया कि ईंगा प्रांत में रविवार को एक जनजाति के सदस्य, उनके सहयोगी और मर्सिनरी (भाड़े पर लड़नेवाले सैनिक) पड़ोस के एक जनजाति समुदाय के लोगों पर हमला करने जा रहे थे. तभी उन पर घात लगाकर हमला किया गया. जिसमें करीब 53 लोगों की जान चली गयी. सुरक्षाकर्मी राहत बचाव कार्य में जुटे हैं. अभी मरने वालों का आंकड़ा बढ़ सकता है.
आये दिन होती हैं हिंसा की घटनाएं
पापुआ न्यू गिनी में पिछले कुछ महीने से हिंसा की कई घटनाएं देखने को मिल रही हैं. हालांकि सरकार हर बार लोकतंत्र को मजबूती के साथ स्थापित करने का दावा करती है. लेकिन सरकार जैसे ही कोई कदम उठाती है, फिर कहीं न कहीं हिंसा की खबर आ जाती है. इससे पहले जनवरी में भी पापुआ न्यू गिनी में हिंसा भड़की थी. जिसमें 16 लोगों की जान चली गयी थी. घटना के बाद प्रधानमंत्री ने देश में इमरजेंसी की घोषणा कर दी थी. साथ ही कई सरकारी पुलिसकर्मियों को भी निलंबित किया था. बता दें कि पापुआ न्यू गिनी विकासशील देश है और यहां बड़ी संख्या में आदिवासी जातियां निवास करती हैं.