Koderma: कोरोना महामारी के बीच जरूरतमंदों तक सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं पहुंच रहा है. जिले में वैसे लोग भी सरकार की ओर से चलायी जा रही योजनाओं का लाभ ले रहे हैं, जिन्हें सचमुच में इसकी जरूरत नहीं है. इसका खामियाजा जरूरतमंदों को भुगतना पड़ता है. प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना का लाभ वैसे लोग ले रहे हैं, जिन्हें इनकी जरूरत नहीं है. ताजा मामला किसान सम्मान योजना से जुड़ा है जहां फर्जी कागजात के द्वारा 578 लोगों ने इस योजना का लाभ ले लिया.
विभागीय लापरवाही बनी वजह
प्रधानमंत्री किसान सम्मान का लाभ ऐसे कई लोगों को मिला है, जो इसकी अर्हता नहीं रखते हैं. इसे उनकी चालाकी कहें या विभाग की लापरवाही. लेकिन गलती तो हुआ ही है. आपको बता दें कि ऐसे लोग योजना की पहली और दूसरी किस्त ले चुके हैं. उनके बैंक खातों में योजना से जुड़ी राशि भेजी जा चुकी है.
लिहाजा केंद्र सरकार के स्तर से ही अब आयकर देने वाले संबंधित लोगों से वसूली की कार्रवाई शुरू कर दी गई है. कोडरमा जिले में भी 578 ऐसे लोगों को चिन्हित किया गया गया है,जो आयकर दाता हैं, और किसान सम्मान योजना का लाभ ले चुके हैं. ऐसे लोगों से सरकार के द्वारा 39.80 लाख रुपये की वसूली की जाएगी. इसमें से 514 लोगों ने कम से कम पहली किस्त की राशि दो हजार रूपए ली है. ऐसे सभी फर्जी लाभुकों से प्रशासन राशि वसूली की तैयारी कर रहा है.
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इस संबंध में अपर समाहर्ता अनिल तिर्की ने बताया कि अर्हता नहीं रखने वाले किसानों के भुगतान पर सरकारी स्तर से ही रोक लगाई जा रही है. सबसे ज्यादा जयनगर प्रखंड से 149 आयकर दाताओं ने पीएम किसान सम्मान योजना के तहत 9.22 लाख रूपये का लाभ लिया है.
वहीं डोमचांच से 144 किसानों ने 9.10 लाख, कोडरमा प्रखंड से 109 किसानों ने 8.54 लाख, मरकच्चो से 81 किसानों ने 5.40 लाख, चंदवारा से 68 किसानों ने 5.18 लाख और सतगावां से 37 किसानों ने 2.42 लाख लाख रूपये लिये हैं. जिसकी वसूली के लिए विभाग तैयारी कर रहा है.