Pramod Upadhyay
Hazaribagh: न नंबर प्लेट, न इंश्योरेंस और न भरा जाता है टैक्स. हजारीबाग नगर निगम के 66 वाहन बगैर रजिस्ट्रेशन के सड़कों पर हर दिन सरपट दौड़ लगा रहे हैं. नाम न छापने की शर्त पर नगर निगम के एक कर्मी ने बताया कि यह स्थिति कम-से-कम पिछले 40 वर्षों से बनी हुई है. इससे सरकार को करोड़ों रुपए का नुकसान हो रहा है. इनमें पांच जेसीबी, पांच कूड़ा फेंकने वाली गाड़ी, नौ ट्रैक्टर, 36 टिवर, तीन हाइवा टिपर, फॉगिंग मशीन के तीन वाहन, तीन झील की सफाई करनेवाले और दो सड़क की सफाई करनेवाली मशीन के वाहन हैं. इनमें अधिकांश वाहन आए दिन शहर और विभिन्न वार्डों में सफाई के लिए निकलते हैं.
किसी भी वाहन का टैक्स भरना अनिवार्य : डीटीओ
इस संबंध में नगर निगम की मेयर रोशनी तिर्की ने कहा कि यह सच बात है कि नगर निगम के कई वाहनों के नंबर और इंश्योरेंस नहीं हैं. इस मुद्दे को पहले भी बैठक में वह उठा चुकी हैं. आगे भी बैठक में इस मामले को उठाएंगी. उन्हें इस बात की फिक्र है कि कभी गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो गई, तो उस स्थिति में कौन जिम्मेवार होगा. इस मामले पर डीटीओ विजय कुमार का कहना है कि किसी भी वाहन का टैक्स भरना अनिवार्य है. चाहे किसी भी विभाग की गाड़ी हो, सभी को टैक्स भरना चाहिए. यह टैक्स सरकार के खाते में जाता है और राजस्व का लाभ होता है. उन्होंने बताया कि हजारीबाग जिले में करीब पांच लाख वाहन हैं. इन वाहनों से साल में लगभग एक अरब 62 करोड़ रुपए का टैक्स वसूलने का लक्ष्य है. जिला और पुलिस प्रशासन के भी कई वाहनों का टैक्स बकाया है.
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राजद जिलाध्यक्ष संजर मलिक कहते हैं कि दूसरों का टैक्स वसूलनेवाला नगर निगम अगर खुद के वाहनों का टैक्स बकाया रखे, तो इसका संदेश आम लोगों के बीच अच्छा नहीं जाएगा. खुदा न करे, लेकिन दुर्भाग्य से कभी नगर निगम का वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो जाए, तो यह जिम्मेवारी कौन उठाएगा. नगर निगम में जनता का पैसा कहां जा रहा है. ऐसे वाहनों पर जिला परिवहन कार्यालय को भी कार्रवाई करने की जरूरत है. क्या सरकार ने नगर निगम के वाहनों को टैक्स भरने से मुक्त कर रखा है या फिर कानून सब पर एक जैसा लागू नहीं होता है. आम जनता के वाहनों से टैक्स वसूला जाता है, तो नगर निगम की गाड़ियों से क्यों नहीं ? बताया जाता है कि हजारीबाग के विभिन्न विभागों के कई वाहनों के रजिस्ट्रेशन फेल है. इनमें कई थानों, पीसीआर, वन विभाग, स्वास्थ्य विभाग, प्रखंड कार्यालयों और नजारत में कई वाहनों के रजिस्ट्रेशन फेल हैं.
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