Chaibasa : जिला समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में शनिवार को उपायुक्त की अध्यक्षता में केसीसी, कृषि ऋण माफी, ड्रिप इरिगेशन, फुलो-झानो योजना आधारित समीक्षात्मक बैठक हुई. इस दौरान उपायुक्त ने कहा कि जिला में कृषि ऋण माफी योजना के तहत कुल 33,432 लक्ष्य के विरुद्ध 21,212 लाभुकों का ईकेवाईसी पूर्ण हो चुका है. लगभग 3,500 किसानों का कागजात सही नहीं होने के कारण आवेदन रिजेक्ट कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि किसान क्रेडिट कार्ड के तहत निर्धारित 1,03,070 के विरुद्ध 68,002 किसानों को केसीसी से जोड़ा जा किया जा चुका है.
कृषि सिंचाई योजना के तहत किसानों के 831 आवेदन आए
डीसी ने पदाधिकारियों को कहा कि क्षेत्र में संपर्क स्थापित करते हुए केसीसी आवेदन सृजित कराना भी सुनिश्चित किया जाए. प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत कुल 831 किसानों का आवेदन प्रखंड स्तर से कृषि कार्यालय को प्राप्त है. जिसे कार्यकारिणी एजेंसी को उपलब्ध करा करा दिया गया है. एजेंसी के द्वारा स्थल का निरीक्षण किया जा रहा है. इसके अलावा बैठक में उपायुक्त के द्वारा विगत वर्षों में स्थापित टपक सिंचाई की स्थिति से संबंधित प्रतिवेदन का भी जायजा लिया गया. उपायुक्त के द्वारा फुलो-झानो योजना पर बताया गया कि जिला अंतर्गत सड़क किनारे हड़िया बेचकर जीवन यापन करने वाली कुल 532 गरीब महिलाओं का सर्वे के दौरान चयन किया गया था. जिसमें 403 लाभुकों को योजना के तहत 10,000 से 20,000 राशि का ऋण मुहैया कराया गया है ताकि उनके द्वारा जीविकोपार्जन के अन्य साधनों को व्यवस्थित किया जा सके. बैठक में उपायुक्त के द्वारा जेएसएलपीएस के जिला कार्यक्रम प्रबंधक को योजना अंतर्गत प्रत्येक प्रखंड में 1-1 चिन्हित लाभुकों को ई-रिक्शा उपलब्ध करवाने हेतु विशेष तौर पर निर्देशित किया गया. बैठक में उत्कृष्ट कार्यों जिसमें मनोहरपुर में लेमन ग्रास, बंदगांव में केला की खेती, टोंटो में शरीफा की खेती, तांतनगर में स्ट्रोबेरी एवं आत्मा-पश्चिमी सिंहभूम द्वारा ड्रैगन फ्रूट प्रत्यक्षण की जानकारी से अवगत कराया गया. जिसके बाद ‘वन ब्लॉक वन प्रोडक्ट कांसेप्ट’ के आधार पर प्रखंडवार फसल को चिन्हित करते हुए प्रस्ताव पर विचार विमर्श किया गया. बैठक में जिला कृषि पदाधिकारी कालिपद महतो, जेएसएलपीएस जिला कार्यक्रम प्रबंधक जेबियर एक्का समेत अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे.