NewDelhi : राज्यसभा से आज 72 सदस्य विदा हो रहे हैं. विदाई समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनसे कहा कि आपकी अच्छी बातों को जरूर नोटिस करता हूं. पीएम ने कहा कि मुझे विश्वास है कि आज जो साथी यहां से विदालेने वाले हैं उनसे हमने जो सीखा है उसे आगे बढ़ाने में हम जरूर उपयोग करेंगे ताकि देश की समृद्धि हो. साथ ही कहा कि साथी जा रहे हैं लेकिन बंगाली या गुजराती में जैसे कहते हैं कि बाय-बाय, लेकिन मतलब होता है कि come again यानी फिर से आना.
अनुभवी साथियों की कमी खलेगी
मोदी ने कहा कि इन सांसदों के जाने से अनुभवी साथियों की कमी खलेगी. कहा कि वैसे तो यह विदाई समारोह है, लेकिन हम चाहेंगे कि आप लोग दोबारा सांसद बनकर आयें. मोदी ने कहा कि ज्ञान से बड़ा अनुभव होता है. अनुभवी साथी जाते हैं तो क्षति होती है. कमी रह जाती है.
पीएम ने कहा कि ये आजादी का अमृत महोत्सव है, हमारे महापुरुषों ने देश के लिए बहुत कुछ दिया, अब देने की जिम्मेदारी हमारी है, अब आप खुले मन से एक बड़े मंच पर जाकर आजादी के अमृत महोत्सव के पर्व को माध्यम बनाकर प्रेरित करने में योगदान कर सकते हैं.
We have spent a long time in this Parliament. This House has contributed a lot to our lives, more than we have contributed to it. The experience gathered as a member of this House should be taken to all four directions of the country: PM Modi to retiring members of Rajya Sabha pic.twitter.com/KabSd0IADQ
— ANI (@ANI) March 31, 2022
Delhi | Retiring members of Rajya Sabha had a photo-op session with Prime Minister Narendra Modi, Rajya Sabha Chairman M Venkaiah Naidu, Dy Chairman Harivansh and Lok Sabha Speaker Om Birla, today pic.twitter.com/d32InEthtj
— ANI (@ANI) March 31, 2022
वेंकैया नायडू ने आनंद शर्मा की तारीफ की
इस अवसर पर सभापति एम वेंकैया नायडू ने सदस्यों का जिक्र करते हुए उनके कार्यों और उपस्थिति की सराहना की. शुरुआत में ही श्री नायडू ने कांग्रेसी नेता आनंद शर्मा की तारीफ करते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में गठित गृह मामलों की समिति ने काफी गहराई से कोविड-19 महामारी पर रिपोर्ट तैयार की. उन्होंने कहा कि मैंने विस्तार से वह रिपोर्ट पढ़ी है. कमेटी ने काफी डीटेल जानकारी सामने रखी है. कमेटी ने भविष्य में ऐसे हालात से निपटने के लिए कैसी तैयारी की जाये, इस पर भी विचार सुझाये हैं.
एकैडमिक ज्ञान की बहुत सीमाएं होती हैं
पीएम मोदी ने कहा कि हम तो कहेंगे फिर आइएगा. जिनके साथ चार-पांच कार्यकाल से लंबे अनुभव जुड़े हुए हैं. हमारे इन सभी महानुभावों के पास बड़ा अनुभव है. कभी कभी ज्ञान से ज्यादा अनुभव की ताकत होती है. एकैडमिक ज्ञान की बहुत सीमाएं होती है, वो सेमिनार में काम आता है लेकिन अनुभव से जो प्राप्त हुआ होता है उसमें समस्याओं के समाधान के लिए सरल उपाय होते हैं. उसमें नयापन के लिए अनुभव का मिश्रण होने के कारण गलतियां कम से कम होती है. इस अर्थ में अनुभव का बहुत महत्व होता है.
जब ऐसे अनुभवी साथी सदन से जाते हैं तो बहुत बड़ी कमी सदन और राष्ट्र को होती है. बता दें कि राज्यसभा के सेवानिवृत्त सदस्यों ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू, उप सभापति हरिवंश और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के साथ फोटो खिंचवाई.
राज्यसभा चेयरमैन वेंकैया नायडू डिनर पार्टी देंगे
जानकारी के अनुसार उपराष्ट्रपति और राज्यसभा चेयरमैन वेंकैया नायडू आज एक डिनर पार्टी देंगे, इसमें 2022 में रिटायर हो रहे 72 राज्यसभा सांसद शामिल होंगे. इसके अलावा गाने-बजाने का भी कार्यक्रम होगा है. तृणमूल कांग्रेस के नेता शांतनु सेन गिटार बजाएंगे, तृणमूल कांग्रेस की डोला सेन रवींद्र संगीत पेश करेंगी. DMK के नेता तिरुचि शिवा एक तमिल गीत प्रस्तुत करेंगे, भारतीय जनता पार्टी की रूपा गांगुली एक हिंदी गीत और भाजपा नेता रामचंद्र झांगरा देशभक्ति गीत प्रस्तुत करेंगे. NCP नेता वंदना चव्हाण हिंदी गीत गायेगी.
कौन कौन हो रहे रिटायर
अप्रैल में सेवानिवृत्त हो रहे सदस्यों में राज्यसभा में कांग्रेस के उपनेता आनंद शर्मा, एके एंटनी, भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी, एमसी मैरी कॉम और स्वप्न दासगुप्ता शामिल हैं. जान लें कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, सुरेश प्रभु, एमजे अकबर, जयराम रमेश, विवेक तन्खा, वी विजयसाई रेड्डी का कार्यकाल जून में समाप्त होगा. जुलाई में सेवानिवृत्त होने वाले सदस्यों में पीयूष गोयल, मुख्तार अब्बास नकवी, पी. चिदंबरम, अंबिका सोनी, कपिल सिब्बल, सतीश चंद्र मिश्रा, संजय राउत, प्रफुल्ल पटेल और केजे अल्फोंस शामिल हैं. खबरों के अनुसार केंद्रीय मंत्रियों और भाजपा नेताओं को फिर से नामित किया जायेगा वहीं कांग्रेस के कुछ सदस्यों को पुन: नामित किये जाने पर स्थिति स्पष्ट नहीं है. इनमें से कई सदस्य जी-23 में शामिल हैं जो पार्टी नेतृत्व की आलोचना करते रहे हैं.